लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मिली करारी शिकस्त के बाद बसपा सुप्रीमो पार्टी को लेकर काफी गंभीर हो गई हैं। उन्होंने रविवार को बुलाई समीक्षा बैठक में जहां कुछ लोगों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है, वहीं उन्होंनप्रदेश और जिला अध्यक्षों को छोड़कर सभी कमेटियों को भंग कर दिया है। इसी के साथ ही उन्होंने राज्य में तीन चीफ कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की है। इससे भी बड़ा फैसला करते हुए उन्होंने भतीजे आकाश आनंद को बसपा का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर नियुक्त कर दिया है। भतीजे आकाश आनंद को यह बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने के बाद पार्टी में वह दूसरे नंबर के नेता की तौर पर देखें जा रहे हैं। ऐसे में यह भी कयास लगाए जाने लगे हैं कि मायावती अपने उत्तराधिकारी के तौर पर आकाश आनंद को यूपी की राजनीति में सक्रिय कर सकती हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव के बाद आकाश आनंद को यूपी में सक्रिय किए जाने की कयासबाजी पहले से चल रही थी। क्योंकि देश के पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों के दौरान उन्हें पंजाब और उत्तराखंड तक सीमित किया गया था। समीक्षा बैठक में मायावती ने आज प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों को छोड़कर प्रदेश की सभी कार्यकारणी को भंग कर दिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए तीन चीफ कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए हैं। मेरठ के मुनकाद अली, बुलंदशहर के राजकुमार गौतम और आजमगढ़ के विजय कुमार को प्रदेश के सभी कोऑर्डिनेटर रिपोर्ट करेंगे। इसी के साथ ये तीनों चीफ कोऑर्डिनेटर्स सभी कोऑर्डिनेटर की निगरानी करेंगे।
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इसके साथ ही बसपा ने विधायक दल के नेता रहे शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली की घर वापसी कराते हुए पार्टी में शामिल कर लिया है। चर्चा है कि गुड्डू जमाली को पार्टी लोकसभा उप चुनाव में आजमगढ़ से प्रत्याशी बना सकती है। बता दें कि मायावती से अक्सर उनके उत्तराधिकारी को लेकर सवाल होते रहे हैं। ऐसे में भतीजे को राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाए जाने से अब उन्हें उनके उत्तराधिकारी के दौर पर देखा जा रहा है। आज हुई समीक्षा बैठक में सेक्टर प्रभारी, जिलाध्यक्ष, विधानसभा चुनाव के सभी प्रत्याशी, बामसेफ और भाईचारा कमेटी के संयोजक उपस्थित रहे।
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