Manipur Violence: मणिपुर की हिंसा की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है। यहां महिलाओं के साथ हुई विभत्स घटना से हर कोई आहत है। विपक्ष जहां मामले को लेकर राजनीति कर रही है, वहीं मोदी सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर हो गई है। बता दें कि संसद के मानसून सत्र शुरू होने से ठीक 1 दिन पहले मणिपुर से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वायरल वीडियो में कुछ लोगों ने दो नग्न महिलाएं के साथ परेड निकाली थी। वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष जहां मोदी सरकार पर हमलावर है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद घटना पर क्रोध व्यक्त करते हुए कहा था कि यह देश को शर्मसार करने वाला वीडियो है। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष जहां संसद की कार्यवाही नहीं होने दे रहा है, वहीं केंद्र सरकार हर मुद्दे पर जवाब देने के लिए विपक्ष को सदन में आने के लिए कह रहा है। मणिपुर की घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। गृह मंत्रालय मणिपुर के वायरल वीडियो की जांच के लिए सीबीआई को भेजने का फैसला लिया है। इसके अलावा केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर वायरल वीडियो मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर कराने का अनुरोध भी करेगा।
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर मामले को लेकर पैनी नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी मणिपुर पर अधिकारियों से लगातार हर अपडेट ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, मणिपुर में 35000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही सेना, सीआरपीएफ, सीआरपीएफ के 35000 जवानों की तैनाती की जा रही है। इसके साथ ही मैतेई और कुकी समुदायों के बीच बफर जोन बनाया गया है। वहीं म्यांमार से हो रही घुसपैठ को देखते हुए मणिपुर और म्यांमार से लगती सीमा को लेकर भी नए तरह से योजनाएं बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि केंद्र ने कुकी और मैतेई समुदायों के सदस्यों के साथ कई दौर की बातचीत की, दोनों समुदायों के साथ छह दौर की बातचीत हो चुकी है।
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वीडियो वायरल करने वाला गिरफ्तार
सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता दोनों समुदायों के विवाद को बातचीत के जिरए सुलझाने का है। सूत्रों के मुताबिक, जिस मोबाइल फोन से मणिपुर की महिलाओं का नग्न वीडियो शूट किया गया था, उसे बरामद कर लिया गया है और वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो वीडियो वायरल हुआ था वह 3 मई का बताया जा रहा है जब राज्य में दो जातीय जनजातियों मैतेई और कुकी के बीच हिंसा भड़क उठी थी। मणिपुर से सटे भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने की भी कोशिश जारी रही है। मणिपुर-मिजोरम सीमा पर अब तक 10 किमी की बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है। इसके आगे संबंधित सर्वेक्षण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
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