Lucknow News: अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) लगातार कई चुनाव हार चुकी है, जिसके चलते पार्टी नेताओं में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। हाल के दिनों में कई नेता सपा छोड़ बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए। वहीं कुछ नेता हैं जो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं। हालांकि ऐसे नेताओं को इसकी कीमत चुकानी पड़ गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर आरोप लगाने वाले तीन नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने एक्शन लेते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते सपा नेता प्रदीप तिवारी, ब्रजेश यादव और पीडी तिवारी का पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बता दें कि इन नेताओं ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर गलत नीतियों के तहत काम करने का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए थे।
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने लेटर जारी करके बताया है कि निम्न नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और अनुशासनहीनता करने के आरोप में समाजवादी पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया जाता है। पार्टी से निष्कसित नेताओं में प्रदीप तिवारी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी लोहिया वाहिनी, ब्रजेश यादव पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी युवजन सभा और पूणेन्द्र तिवारी उर्फ पीडी तिवारी पूर्व प्रत्याशी विधानसभा का नाम शामिल है।
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गौरतलब है कि बीते दिनों समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे प्रदीप तिवारी ने सपा और अखिलेश यादव के खिलाफ मुखर हो गए थे। बगावती सुर अपनाते हुए प्रदीप तिवारी ने कहा था कि अखिलेश यादव ने PDA पार्टी बनाई है, अब नेताजी की समाजवादी पार्टी नहीं रही। इसके अलावा उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर सामान्य वर्ग से इतनी नाराजगी क्यों है? इसी क्रम में समाजवादी युवजन सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव ने भी सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। ब्रजेश यादव ने भी सवाल उठाते हुए कहा था कि अखिलेश यादव अपने कानों से नहीं सुनते, वो दूसरे के कान से सुनते हैं। बता दें कि सपा से निष्काषित की गईं ऋचा सिंह ने भी प्रदीप तीवारी का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि सपा अब डॉ. लोहिया की समाजवादी मूल्यों वाली पार्टी नहीं, बल्कि धर्म और जाति के नाम पर द्वेष फैलाने वाली पार्टी बनकर रह गई है।
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