India-China military exercise: उत्तराखंड में नियंत्रण रेखा (LAC) के पास चल रहे भारत-अमेरिका के युद्धाभ्यास (India-China military exercise) को लेकर चीन की तिलमिलाहट पर अब अमेरिका ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि वह उसकी आपत्तियों के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है। भारत में अमेरिका की राजदूत एलिजाबेथ जोन्स ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा है कि इस मामले में अमेरिका, भारत के साथ खड़ा है।
चीन की अपत्ति पर एलिजाबेथ जोन्स ने कहा कि भारत ने जो जवाब दिया वह बिल्कुल सही है, इस युद्धाभ्यास (India-China military exercise) का चीन से कोई लेना देना नहीं है। गौरतलब है कि चीन ने भारत-अमेरिका सैन्य युद्धाभ्यास का विरोध किया है। चीन का कहना है कि सीमा से 100 किमी दायरे के अंदर दो देशों की सेनाओं का युद्धाभ्यास, नई दिल्ली और बीजिंग के बीच हस्ताक्षरित दो सीमा समझौतों की भावना का उल्लंघन करता है।
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(India-China military exercise) युद्धाभ्यास से चीन को आपत्ति
ज्ञात हो कि चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लीजियान ने सैन्य अभ्यास पर अपत्ति जताते हुए कहा कि चीन-भारत सीमा पर एलएसी के करीब भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 1993 और 1996 में चीन और भारत के बीच हुए समझौते की भावना का उल्लंघन करता है। उन्होंने दावा किया था कि यह युद्धाभ्यास, चीन और भारत के बीच आपसी विश्वास के लिए खतरा है।
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