लखनऊ: हमारे देश के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और परम्पराओं की चर्चा आज की युवा पीढ़ी के सामने नहीं होगी, तो वह न देश के बारे में जान पाएगा और न ही आजादी के महत्व को समझ पाएगा। देश आजादी के लिए अपना बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों और आजादी को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के बारे में युवा पीढ़ी को बताने व जागरूक करने के उद्देश्य से पीएम मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाने की कल्पना की थी, जो आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। उक्त उद्गार मुख्य वक्ता अपर मुख्य सचिव, राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता ने आज़ादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 10वें अंक में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम सरस्वती कुंज, निराला नगर के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केन्द्र में विद्या भारती, एकल अभियान, इतिहास संकलन समिति अवध, पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं विश्व संवाद केन्द्र अवध के संयुक्त अभियान में चल रहा है।
मुख्य वक्ता अपर मुख्य सचिव, राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि कोई भी बालक समाज में अपना अस्तित्व तभी बना सकता है, जब उसे अपने परिवार से अच्छे संस्कार, शिक्षा और संस्कृति के बारे में जानकारी मिली हो। किसी भी देश, समाज व परिवार की महत्ता तभी समझ आती, जब शिक्षा, संस्कार और इतिहास के बारे में जानकारी हो। उन्होंने युवाओं से अपील की कि आप अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक ठंग से कर लें, अधिकार तो स्वयं उन्हें मिल जाएंगे।
मुख्य अतिथि अमर बलिदानी व शौर्य चक्र विजेता कमल कालिया की पत्नी अर्चना कालिया ने कहा कि आज हम आजादी का 75वां वर्ष मना रहे हैं। आजादी के लिए हमारे देश के अनेक वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी, हमें उनके बलिदान को हमेशा याद रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि युवा ही इस देश का भविष्य हैं, उन्हें अपने भविष्य को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करे, ताकि उनके परिवार, समाज और राष्ट्र का मान और सम्मान बढ़े व आपको हमेशा याद किया जाए।
विशिष्ट वक्ता दुलारी देवी फाउण्डेशन की निदेशक व सामिजक कार्यकर्ता प्रीति पांडेय ने कहा कि भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। हमारा देश तकनीकि, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम कई अन्य क्षेत्रों में आत्मनिर्भर की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए हर व्यक्ति को अपनी भागीदारी निभानी होगी। इसके साथ ही उन्होंने मताधिकार के प्रति सभी को जागरूक होने की बात भी कही।
विशिष्ट वक्ता इंडियन रेडक्रास सोसायटी के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यानंद पाण्डेय ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी के मन में देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों की शौर्य गाथा बस जाए और उनके बारे में जान सकें, इसके लिए आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। साथ ही इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में राष्ट्रप्रेम और समाज सेवा की भावना को जाग्रत किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम किसी किसी भी क्षेत्र में कार्य करे, लेकिन राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए।
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कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ शिक्षाविद् डा. शैलेश मिश्रा ने कहा कि देश हमारा पिछले कुछ वर्षों से तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है, आने वाले समय में विश्व में एक अलग पहचान बनाएगा। वह दिन दूर नहीं, जब भारत विश्वगुरु बनेगा। उन्होंने कहा कि विद्या भारती एक मात्र ऐसा संगठन है, जो अपने भैया बहनों को संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान कर देश को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से भैया-बहनों के अंदर नई सोच व संस्कार का विकास किया जा रहा है। यही भैया बहन आगे चलकर देश की उन्नति में अपना योगदान देंगे।
कार्यक्रम में केजीएमयू के चिकित्सक डॉ. नरसिंह वर्मा, ओएनजीसी के निदेशक प्रो. ध्रुवसेन, राम मनोहर लोहिया अस्पताल की निदेशक डॉ. सोनिया, लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण वाजपेयी, अर्चना कालिया की बहन अनु वार्ष्णेय, बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में आए अतिथियों का परिचय एकल अभियान ट्रस्ट के अखिल भारतीय महामंत्री माधवेन्द्र ने कराया और आभार ज्ञापन इतिहास संकलन समिति अवध प्रांत की सदस्य स्क्वाड्रन लीडर तूलिका रानी ने किया। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र, अभय सिंह कार्यक्रम संयोजक डॉ. मुकेश, सरिता, शोभित और सरस्वती विद्या मंदिर, वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय सेक्टर क्यू अलीगंज लखनऊ के छात्र/छात्रा व शिक्षक सहित कई लोग मौजूद रहे।
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