Hamirpur News: योगी राज में उत्तर प्रदेश पुलिस (UPPolice) काम से ज्यादा अपने कारनामों को लेकर चर्चा में बनी हुई है। यूपी पुलिस (UPPolice) के लिए फर्जी केस में किसी को फंसाना आम बात हो चली है। यही वजह है कि पुलिस से अपराधी से ज्यादा आम आदमी खौफ खाता है। उत्तर प्रदेश की हमीरपुर पुलिस ने कुछ ऐसा ही कारनामा किया है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है। साथ ही पुलिस की सोच और कार्यप्रणाली पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। दो साल का वह बच्चा जो अभी ठीक से बोल नहीं सकता। हमीरपुर पुलिस ने उसे वांटेड बना दिया और उसकी सरगर्मी से तलाश भी शुरू कर दी है। दो साल के मासूम पर अपने पड़ोसी से न केवल गाली गलौज की, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। वहीं हमीरपुर की कुरारा थाना पुलिस ने इस बच्चे के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। मामला सामने आने के बाद हमीरपुर पुलिस की फजीहत होनी शुरू हुई, तो एसपी हमीरपुर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि हमीरपुर पुलिस के लिए यह कारनामा कोई नया नहीं है, इससे पहले भी यहां की पुलिस कई बार इस तरह के कारनामे कर चुकी है। जानकारी के मुताबिक, मामला कुरारा थाना क्षेत्र के गांव भौली का है। गांव में रहने वाले दयाशंकर का गत 11 अगस्त को इसी गांव के नरेंद्र तिवारी और छोटेलाल तिवारी के साथ मारपीट हो गई थी। शिकायत मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायलों का मेडिकल कराया और बिना जांच किए आरोपियों पर मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी के अलावा एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया।
बताया जा रहा है कि नरेंद्र तिवारी इसी कुरारा थाने में बतौर होमगार्ड तैनात हैं। इसलिए पुलिस ने बिना जांच किए उसकी पत्नी की तहरीर के आधार पर दयाशंकर के बेटे सुशील और दो वर्षीय नाती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस मामले में दयाशंकर ने एसपी हमीरपुर से मिलकर बताया कि उसके और उसके परिवार के साथ नरेंद्र और उसके भाई छोटेलाल ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की थी। पुलिस ने मेडिकल परीक्षण के बाद मुकदमा दर्ज किया था।
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उसने बताया कि आरोपी होमगार्ड नरेंद्र का भाई छोटेलाल हिस्ट्रीशीटर है। वह गांव में लोगों के साथ अक्सर बदसलूकी करता रहता है। इससे उसका गांव के लोगों के साथ विवाद होता रहता है, लेकिन हर बार नरेंद्र उसे बचा लेता है। अब उसके साथ भी मारपीट हुई है तो आरोपी नरेंद्र ने अपनी पत्नी से उनके बेटे और दो साल के बच्चे के खिलाफ तहरीर दिलवाकर मुकदमा दर्ज करवा दिया। जबकि घटना के समय उनका बेटा सुशील कानपुर स्थित अपनी कंपनी में था। वहीं इस संदर्भ में बात करने पर एसपी हमीरपुर दीक्षा शर्मा ने बताया कि घटना के बारे में जानकर वह खुद हैरान हैं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। मामले में जिस किसी ने यह लापरवाही की है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
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