नई दिल्ली: गुजरात में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल सियासी माहौल बनाने में जुटे हुए हैं। राज्य में सियासी माहौल सत्ता विरोधी लहर का देखते हुए तैयार की जाती है। ऐसे में बीजेपी ने चुनाव से पहले ऐसा सियासी भूचाल ला दिया है, जिससे विपक्षी दलों की तैयारी पर पानी फिरता नजर आ रहा है। शनिवार को मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के अचानक पद से इस्तीफा देने की खबर से हर कोई हैरान है। सियासी गलियारों में भी हड़कंप जैसा माहौल है।
कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल मुख्यमंत्री के इस्तीफे को लेकर घेरने की कोशिश की। लेकिन सच यहीं है कि चुनाव से ऐन वक्त मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के इस्तीफे से विपक्ष का सियासी समीकरण बिगड़ गया है। राज्य में अब नए मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। राजनीतिक विशलेषकों की मानें तो गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, पुरुषोत्तम रूपाला, नितिन पटेल और गुजरात के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम पर चर्चा है। गुजरात का सियासी समीकरण साधने के लिए भाजपा नेतृत्व किन कंधों का इस्तेमाल करेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा। फिलहाल भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा दांव चल दिया है।
इसे भी पढ़ें: करनाल कांड की होगी जांच
गौरतलब है कि 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी पूरी मजबूती के साथ उतरने की तैयारी में है। इसके लिए पार्टी की तरफ से एलान भी कर दिया गया है। वहीं राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा के सामने आम आदमी पार्टी कांग्रेस की अपेक्षा काफी मजबूत स्थिति में है। इससे यह माना जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी पूरी मजबूती के साथ भाजपा को टक्कर देगी। बता दें कि 2022 में यूपी विधानसभा का भी चुनाव होना है और आम आदमी पार्टी यहां भी मजबूती के साथ सियासी जमीन तैयार करने में जुटी हुई है।
इसे भी पढ़ें: मऊ से राजभर को बनाया प्रत्याशी