Greater Noida: पिता के देहांत के बाद मां दो बच्चों को लेकर किसी और के घर चली गई। मौसी के साथ छोड़ गई एक 7 साल की मासूम। एक साल तक बच्ची मौसी के टॉर्चर को सहती रही, घर का सारा काम, बर्तन धोना, कपड़े धोना, झाड़ू-पोछा सब कुछ करती रही। एक दिन काम में कुछ गलती हुई तो मौसी ने बुरी तरह पीटा। इस घटना में मासूम को गहरी चोट आई है। यह हैरान करने वाली कहानी है ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में रहने वाली सात साल की मासूम की। इस बच्ची की कहानी बेहद परेशान करने वाली है। जिस उम्र में बच्चे स्कूल जाते हैं, उस उम्र में दुनियाभर का दुख लिए आज वह कोर्ट में बयान देने वाली है। लेकिन, इसके बारे में किसी को जानकारी ही नहीं हुई। पुलिस को तब पता चला, जब पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने मामले के बारे में बताया। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले ही मौसी पति संग कहीं फरार हो गयी। पुलिस ने प्रताड़ना से पीड़ित बच्ची का अस्पताल में इलाज कराया। मासूम अभी चाइल्ड केयर सेंटर में रह रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, दनकौर क्षेत्र के एक गांव में एक 7 साल की मासूम अपने मौसी के साथ रह रही थी। पिता का एक साल पहले देहांत हो गया था। मां लक्ष्मी मासूम के दो भाई बहनों को लेकर दूसरे घर चली गई। इसके बाद बच्ची मौसी के साथ रहती थी। 7 साल की उम्र में घर के सारे काम उसी के जिम्मे रहता है। इतना ही नहीं, काम नहीं करने पर उसको मारा-पीटा जाता है। बच्ची ने पुलिस को बताया कि शनिवार को मौसी ने उसकी जमकर पिटाई की। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह ठीक से काम नहीं कर पायी थी। इससे उसकी आंख और शरीर के हिस्सों में काफी चोंटे हैं। जब आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे तो महिला लक्ष्मी और उसका पति वीरेंद्र मौके से फरार हो गए। जानकारी पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने पुलिस को दी।
घर जाने से करती रही इनकार
पुलिस ने जानकारी मिलने के बाद बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद पुलिस मासूम को अपने साथ थाने ले आयी। घटना के बाद मासूम काफी ज्यादा डरी हुई है। वह घर जाने से साफ इनकार कर रही है। इसके बाद बच्ची को चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया है।
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पुलिस करेगी आरोपियों की तलाश
थाना प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि घायल बच्ची का इलाज कराया गया। इसके बाद मौसा वीरेंद्र और मौसी लक्ष्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बच्ची की सेफ्टी के लिए उसे चाइल्ड केयर सेंटर भेजा गया है। आज उसका बयान दर्ज किया जाएगा। बच्ची की सहायता के लिए जो कुछ होगा, वह पुलिस करेगी। पुलिस जल्द ही आरोपियों को पकड़ेगी।
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