नई दिल्ली: आज कम्युनिकेशन सेक्टर में मल्टी टैलेंटेड लोगों की आवश्यकता है। कॉरपोरेट की भाषा में ऐसे लोगों को ‘टी शेप्ड’ कहा जाता है। भारत की नई शिक्षा नीति भी इस कोशिश में है कि देश में ‘टी शेप्ड’ लोगों की संख्या बढे़। यह विचार भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने एफआईएमटी कॉलेज द्वारा आयोजित ऑनलाइन कॅरियर काउंसलिंग सेशन में व्यक्त किये। इस सेशन में एनके बगरोडिया ग्लोबल स्कूल के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में एफआईएमटी कॉलेज के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की अध्यक्ष प्रो. गरिमा बोरा, असिस्टेंट प्रोफेसर एसएस डोगरा एवं एनके बगरोडिया ग्लोबल स्कूल की प्रिसिंपल जयश्री नवानी भी उपस्थित थीं।
इस अवसर पर प्रो. द्विवेदी ने मीडिया संगठनों की कार्य प्रणाली से विद्यार्थियों को अवगत कराया तथा इस क्षेत्र में कॅरियर की संभावनाओं को लेकर अपने विचार साझा किये। उन्होंने कहा कि गेमिंग, एनीमेशन, मल्टीमीडिया, वेब डिजाइनिंग और फोटोग्राफी जैसे कौशल वाले क्षेत्रों में अवसर खुले हैं। पत्रकारिता के अलावा विद्यार्थी अन्य करियर विकल्प का चयन कर सकते हैं, जिसमें फिल्म या टीवी के लिए प्रोडक्शन तथा लेखन, निजी क्षेत्र में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन और डिजिटल मार्केटिंग में काफी अवसर हैं।
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प्रो. द्विवेदी ने कहा कि कोविड-19 ने मीडिया के परिदृश्य को बदल दिया है, इसलिए विद्यार्थियों के लिए ई-कॉमर्स और डिजिटल मीडिया कंपनियों में कंटेंट क्रिएशन में रोजगार के अनेक अवसर हैं। टीवी और फिल्म संगठनों के अलावा, ओटीटी प्लेटफॉर्म भी अच्छे लेखकों की तलाश में हैं। ऐसे में लेखन कार्य में अच्छा कौशल रखने वाले विद्यार्थियों के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
कार्यक्रम का संचालन राघव मित्तल ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन सरोज व्यास ने किया। इस काउंसलिंग में अनेक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और मीडिया एवं मनोरंजन के क्षेत्र में कॅरियर के अवसरों से संबंधित जानकारी हासिल की।
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