नई दिल्ली। कड़े और बड़े फैसले लेने वाली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस बार ऐसा फैसला लिया है, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। हालांकि पुरस्कारों और खेल के मैदानों नाम गांधी परिवार के नाम पर रखने की परंपरा कांग्रेस की रही है। लेकिन जीते जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर देश के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा का नाम किए जाने पर लोगों को थोड़ी हैरानी जरूर हो रही है। शायद यही वजह है कि कांग्रेस ने ट्वीट कर इसका विरोध किया है। वहीं यह पहली बार नहीं हो रहा है कि भाजपा सरकार में पार्टी के नेता के नाम पर किसी स्टेडियम का नाम रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में अब तक कई स्टेडियमों के नामों को बदलकर पार्टी के नेताओं किया जा चुका है। फिलहाल गुजरात के अहमदाबाद का यह स्टेडियम अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज इस स्टेडियम का उद्घाटन किया। इस मौके पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, गृह मंत्री अमित शाह के साथ खेल एवं युवा मंत्री किरण रिजिजू, गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी उपस्थित रहे। गौरतलब है गुजरात का यह नरेंद्र मोदी स्टेडियम विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम है। इस स्टेडियम में 1,32,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। बता दें कि देश के अधिकत्तर स्टेडियमों के नाम राजनेताओं के नाम पर रखे गए हैं। वहीं यह प्रथा अभी भी बदस्तूर जारी है। मजे की बात यह है कि राजनेताओं के नाम पर रखे गए स्टेडियमों के नामों में सबसे ज्यादा कांग्रेस के हैं। इनमें जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम, राजीव गांधी स्टेडियम आदि के नाम शामिल हैं।
वहीं अब भाजपा सरकार में स्टेडियमों का नाम अब भाजपा के नेताओं के नाम पर भी रखे जा रहे है। इस सिलसिले की शुरुआत उत्तर प्रदेश के लखनऊ से हुई थी। यहां इकाना स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय इकाना क्रिकेट स्टेडियम करके किया गया था। इसके बाद दिल्ली के फिरोज शाह स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली के नाम पर किया गया। वहीं अब इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है।
फिलहाल मोटेरा स्टेडियम का नाम बदलते ही विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार आ गई है। कांग्रेस ने जहां प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा के कथनी और करनी का अंतर सामने आ गया है। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी चुटकी ली है।
इसे भी पढ़ें: भाजपा ने गुजरात से पंजाब का हिसाब किया चुकता, दूसरे नंबर की पार्टी बनी आप, कांग्रेस साफ