नई दिल्ली: कोरोनावायरस पूरे विश्व के लिए एक अनजानी आपदा है। इस महामारी के खिलाफ आम जनता को जागरुक करने में मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोरोना के विरुद्ध इस अभियान में मीडियाकर्मी अग्रणी योद्धा रहे हैं। यह विचार भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने मंगलवार को पटना वीमेंस कॉलेज द्वारा आयोजित दो दिवसीय वेबिनार के उद्घाटन सत्र में व्यक्त किये। कार्यक्रम में कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सिस्टर एम. रश्मि एसी तथा जनसंचार विभाग की अध्यक्ष मिनती चकलनवीस ने भी हिस्सा लिया।
‘कोविड काल में मीडिया की भूमिका एवं चुनौतियां’ विषय पर विचार व्यक्त करते हुए प्रो. द्विवेदी ने कहा कि मीडिया जन सामान्य के सशक्तिकरण का माध्यम है और वर्तमान आपदा की स्थिति में उसने ये बात साबित की है। सकारात्मक खबरों का प्रसार कर मीडिया ने लोगों को जागरुक करने और उनका हौसला बढ़ाने का काम किया है।
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प्रो. द्विवेदी के अनुसार पूरी दुनिया के लगभग 51 प्रतिशत लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान लोगों के बीच संपर्क और संवाद कायम रखने में सोशल मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यही कारण है कि आज कोरोना के खिलाफ लड़ाई का एक बड़ा हिस्सा इसी के जरिये लड़ा जा रहा है। सोशल मीडिया उन गांवों तक सूचना पहुंचाने का कार्य कर रहा है, जहां अन्य संचार माध्यमों की पहुंच ना के बराबर है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट की क्रांति के समय ‘ग्लोबल विलेज’ का जो स्लोगन बेहद चर्चित हुआ था, वो इस महामारी के समय साकार रूप में सामने आया है।
प्रो. द्विवेदी ने कहा कि लोकतंत्र की सफलता उसकी पत्रकारिता पर निर्भर करती है। कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी भूमिका से मीडिया ने ये साबित किया है उसे यूं ही लोकतंत्र का चौथा स्तंभ नहीं कहा जाता। वेबिनार के दौरान प्रो. द्विवेदी ने विद्यार्थियों के सवालों का जवाब भी दिया। कार्यक्रम का संचालन विकास मिश्रा ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन अंकिता ने किया।
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