sindoor operation: भारत ने जब पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सफलतापूर्वक मिसाइल स्ट्राइक्स कीं, तो “ऑपरेशन सिंदूर” के बारे में मीडिया को जानकारी देने के लिए विदेश सचिव विक्रम मिस्री, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी (colonel sofiya qureshi) सामने आए। इस पैनल में दो महिला सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी न केवल एक ऐतिहासिक क्षण थी, बल्कि यह भारत की उन शहीदों की विधवाओं के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है जो 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए। साथ ही, यह घटना भारत की रक्षा सेवाओं में महिलाओं की बदलती भूमिका को भी उजागर करती है।
कर्नल सोफिया कुरैशी का सैन्य सफर
2016 में रचा इतिहास: कर्नल सोफिया कुरैशी (colonel sofiya qureshi) पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं जिन्होंने किसी बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया। उन्होंने पुणे में आयोजित “एक्सरसाइज़ फोर्स 18” नामक सैन्य अभ्यास में 40-सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व किया। यह भारत द्वारा आयोजित अब तक का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास था, जिसमें 18 देशों ने भाग लिया। यह अभ्यास “शांति रक्षा अभियान” और “मानवीय माइंस एक्शन” पर केंद्रित था। उस समय वह 18 देशों की टुकड़ियों में इकलौती महिला कमांडर थीं।
रोना धोना शुरू !! #OperationSindoor
pic.twitter.com/VmbsahqkCx— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) May 7, 2025
सिग्नल कोर से संबंध: कर्नल कुरैशी भारतीय सेना की “कॉर्प्स ऑफ़ सिग्नल्स” की अधिकारी हैं, जो सेना में संचार और सूचना प्रणालियों के संचालन के लिए जिम्मेदार होती है।
UN मिशन में सेवा: उन्होंने 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (UN Peacekeeping Mission) में भाग लिया था और 6 वर्षों तक शांति रक्षा अभियानों से जुड़ी रहीं।
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योग्यता के आधार पर चयन: दक्षिणी कमान के तत्कालीन सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने उनके बारे में कहा था कि उनका चयन उनके कौशल और नेतृत्व क्षमता के आधार पर हुआ, ना कि केवल उनके महिला होने की वजह से। कर्नल सोफिया का संबंध एक सैन्य परिवार से है। उनके दादा भी सेना में थे और वह मेकनाइज़्ड इन्फेंट्री के एक अधिकारी से विवाहित हैं। वह गुजरात से ताल्लुक रखती हैं और बायोकैमिस्ट्री में पोस्टग्रेजुएट हैं, जो उनकी सैन्य दक्षता को एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी प्रदान करता है।
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प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी से निवेदन है कि सर , इससे कुछ बड़ा करना पड़ेगा। आतंकवादी संगठनों के जड़ पर प्रहार करके उन्हें उखाड़ फेंकना होगा ताकि भविष्य में वे भारत माता की तरफ आंख उठाकर देख न सके। उन आतंकियों ने हमें आपस में लड़ाने का घिनौना काम किया है। उनके दो वाक्य लोगों के दिमाग में उथल-पुथल मचायें है। पहला उन्होंने धर्म पूछा और गोलियों से खोपड़ी उड़ायी । दुसरा – जाकर मोदी से कह देना।
कुछ बड़ा करने की जरूरत है, इन्हें निश्ते ना बुत करने की जरूरत है।