प्रकाश सिंह
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) कहां से चुनाव लड़ेंगे इस पर चर्चा काफी तेज हो गई है। हालांकी गोरखपुर उनका संसदीय गढ़ है, बावजूद कुछ लोग अयोध्या से उनके चुनाव लड़ने की कयास बाजी कर रहे है। वहीं इससे संबंधित पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने इन सब कयासबाजी पर विराम लगा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने साफ कर दिया है कि वह चुनाव लड़ते आए हैं और विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार भी हैं। वह चुनाव कहां से लड़ेंगे, इसका फैसला भाजपा संसदीय बोर्ड को करना है।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से आजमगढ़ में पत्रकारों ने अनौपचारिक बातचीत में सवाल किया कि वह विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं, तो उन्होंने इस बात पर अपनी सहमति जताई। दरअसल पिछली बार जब उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनी तो उस दौरान योगी आदित्यनाथ समेत पांच भाजपा नेता राज्य विधान मंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे। तब उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मंत्री मोहसिन रजा और स्वतंत्रदेव सिंह विधान परिषद के लिए निर्विरोध चुने गए थे। तब से यह लोग विधानपरिषद सदस्य बने हुए हैं। अब जबकि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। संगठन के अंदर और बाहर ऐसे नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतारे जाने की बात की जा रही है।
इसे भी पढ़ें: बीजेपी ने लक्ष्मीकांत बाजपेयी को सौंपी अहम जिम्मेदारी
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के अयोध्या से चुनाव लड़ने की बातें उठती रही हैं। अयोध्या के भाजपा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार है। साथ ही हाईकमान भी चाह रहा है कि विधानसभा चुनावों मेें यदि योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) धार्मिक नगरी अयोध्या से चुनाव लड़ते हैं तो इसका संदेश पूरे प्रदेश में जाएगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपना पहला चुनाव 26 साल की उम्र में लड़ा था। इससे पहले गोरखपुर सीट से महंत अवैद्यनाथ ही चुनाव जीतते आ रहे थें लेकिन 1998 में उन्होंने इस सीट पर योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को चुनाव मैदान में उतारा। इसके बाद योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पहली बार चुनाव जीतकर 12वीं लोकसभा के सबसे युवा सांसद बने थे। गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने वाले योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बहुत ही कम अंतर से चुनाव में जीत दर्ज की थी। लेकिन उसके बाद हर चुनाव में उनका जीत का अंतर बढ़ता गया। योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अब तक पांच बार गोरखपुर से सांसद चुने जा चुके हैं।
अप्रैल 2002 में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने हिन्दू युवा वाहिनी बनाई। 2014 में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) दो लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर संसद पहुंचे थे। इसके बाद जब प्रदेश में भाजपा की सरकार गठित हुई तो हिन्दुत्व के चेहरे के तौर पर भाजपा हाईकमान ने योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की कमान सौंपी। लेकिन तब वह यूपी के न तो उच्च सदन के और न ही निचले सदन के सदस्य थें। इस पर उन्हे विधानपरिषद के माध्यम से सदन का सदस्य बनाया गया था।
इसे भी पढ़ें: पीएम मोदी ने 130 करोड़ की विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन