Pneumonia in China: दुनिया को करोना देने वाले देश चीन में एकबार फिर नई बीमारी ने दस्तक दे दी है। चीन में नये तरीके का निमोनिया (Pneumonia) तेजी से बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। जानकारी के मुताबिक, निमोनिया की चपेट में आए हजारों बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। चीन में बढ़ते निमोनिया के खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) सतर्क हो गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) बीमारी पर नजर बनाए हुए है, उसे अंदेशा है कि यह कोविड नया स्ट्रोन न हो। बता दें कि कोविड 19 (Covid19) की शुरुआत भी चीन से ही मानी जाती है। ऐसे में निमोनिया (Pneumonia) के बढ़ते मामले बड़े खतरे की तरफ इशारा कर रहे हैं। बड़ा खतरा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि निमोनिया (Pneumonia) भी लंग्स की एक बीमारी है, जो एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है।
चीन में तेजी बढ़ रहे निमोनिया के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। लेकिन लगातार बढ़ रहे मामले परेशान करने वाले हैं। चीन में निमोनिया के बढ़ते मामलों पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि तेजी से मामलों का बढ़ना एक खतरे की बात है। निमोनिया का नया स्ट्रेन आने की वजह से भी ऐसा हो सकता है। मरीजों में जो लक्षण सामने आ रहे हैं उनमें खांसी-जुकाम, सांस लेने में परेशानी की समस्या हो रही है। इसी तरह के कोविड के भी थे। इसलिए कोविड के नये स्ट्रेन की आशंका को खारिज भी नहीं किया जा सकता। कोरोना महामारी जहां बड़ों और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाया था, वहीं निमोनिया नाम की यह नई बीमारी बच्चों को शिकार बना रहा है।
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सफदरजंग हॉस्पिटल में पूर्व रेजिडेंट डॉ. दीपक कुमार सुमन के मुताबिक, निमोनिया भी कई प्रकार का होता है। इनमें एक माइकोप्लाज्मा निमोनिया होता है, जिसे मेडिकल की भाषा में वॉकिंग निमोनिया कहा जाता है। इसे निमोनिया खतरनाक प्रकार माना जाता है, जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है। चीन में हो सकता है कि यही निमोनिया फैल रहा हो। हालांकि अभी इस मामले में स्पष्ट तौर पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी। क्योंकि चीन में सांस संबंधी बीमारी बार-बार क्यों बढ़ रही है। इस बारे में सही जानकारी चीन ही दे सकता है। उन्होंने अंदेशा जताते हुए कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि यह कोविड 19 का ही कोई बदला हुआ रूप हो। इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए।
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