प्रकाश सिंह
बस्ती: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराधियों और भष्टाचारियों के खिलाफ काफी सख्त रुख अपनाए हुए हैं। बावजूद इसके प्रशासनिक तंत्र और कुछ पार्टी के नेता अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का साथ देने में जुटे हुए है। इसका जीता जागता प्रमाण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन के दौरान उमड़ने वाली फरियादियों की भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। हालांकि सीएम योगी लगातार अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं, जिले में फरियादियों की समस्याओं का निराकरण करा लिया जाए। इसके साथ सीएम योगी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076, मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल आदि की व्यवस्था की है। लेकिन ये सब केवल हाथी दांत साबित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 जहां शिकायतों को सुनने के काम आ रहा है, वहीं मुख्य जनसुनवाई पोर्टल पर बिना किसी कार्रवाई के शिकायतों का निस्तारण कर दिया जा रहा है।
मामला बस्ती जनपद के गौर विकासखंड के लोढ़वा गांव का है। जहां पूर्व ग्राम प्रधान पर बिना काम कराए विकास के मद में आए पैसों को निकालने का आरोप है। लेकिन अधिकारी इन आरोपों की जांच करने की जगह आरोपी प्रधान अनीता को बचाने में जुटे हुए हैं। तिलकराम यादव ने गांव के उन कार्यों को लेकर पूर्व प्रधान अनीता के खिलाफ जांच की मांग की जिसे सरकारी फाइल में करा दिया गया है, लेकिन हकीकत में कुछ हुआ ही नहीं है। क्षेत्र में प्रधान का रसूख इस कदर काबिज है कि शिकायत किए महीनों बीत गए हैं। मुख्यविकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति मामले में बड़े भ्रष्टाचार को देखते हुए 12 जनवरी, 2022 को जांच के लिए दो सदस्यी जांच टीम गठित की थी, जिसमें जिला पूर्ति अधिकारी और अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग, निर्माण खंड प्रथम बस्ती को शामिल किया गया था। जबकि जून महीना चल रहा है, लेकिन जनवरी महीने में गठित जांच टीम आज तक मौके पर जांच करने नहीं पहुंची। इस बीच प्रधान अनीता के पति की तरफ से शिकायत कर्ता तिलकराम यादव को जानमाल की धमकी भी दी जा रही है।
ग्राम प्रधान की प्रताड़ना और धमकी से तंग आकर तिलकराम यादव ने गांव में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी 27 मई, 2022 को किया। जिसमें 15 दिनों के अंदर शिकायत के निस्तारण होने का भरोसा भी मिला था। लेकिन अभी तक न तो किसी तरह की जांच हुई है, और न ही कार्रवाई होने की कोई उम्मीद नजर आ रही है। वहीं ग्राम प्रधान की तरफ से दी जा रही धमकी के चलते शिकायत कर्ता तिलकराम यादव को अपने साथ किसी तरह की अनहोनी होने की आशंका सता रही है।
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बिना किसी जांच के कर दिया निस्तारण
तिलकराम यादव की तरफ से जब मुख्यमंत्री जनसुनाई पोर्टल पर जब यह जानने की कोशिश की गई कि उनके द्वारा कराई गई शिकायत में क्या हुआ तो पता चला कि शिकायत का निस्तारण किया जा चुका है। इससे समझा जा सकता है कि मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ का जनसुनावाई पोर्टल लोगों की समस्याओं को लेकर कितना संवेदनशील है? फिलहाल सरकारी नक्कारखानों में हो सकता है कोई उनकी आवाज सुन ले इस उम्मीद में तिलकराम यादव ने एकबार फिर से जनसुनवाई पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार फरियादी की फरियाद सुनी जाती है या फिर पिछली बार की तरह कागजों में शिकायत का निस्तारण करा दिया जाएगा।
प्रधान को मिल रहा भाजपा नेता का शह
शिकायत के बावजूद ग्राम प्रधान पर कार्रवाई न होने के पीछे एक भाजपा नेता के हाथ होने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि बीजेपी एमएलसी पूर्व प्रधान अनीता के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने में लगे हुए हैं। चर्चा यह भी है कि बीजेपी एमएलसी बिरादरीवाद से ग्रसित होकर अपनी ही सरकार की मंशा पर पानी फेरने में लगे हैं।
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