Pauranik Katha: सूर्य आराधना का अद्भुत फल

Pauranik Katha: महाराज सत्राजित का भगवान भास्कर में स्वाभाविक अनुराग था। उनके नेत्र कमल तो केवल दिन में भगवान सूर्य पर टकटकी लगाये रहते हैं, किंतु सत्राजित की मनरूपी आंखें…

Prerak Prasang: समस्या रूपी बंदर

Prerak Prasang: एक बार स्वामी विवेकानंद को बंदरों का सामना करना पड़ा था। वह इस आप बीती को कई अवसरों पर बड़े चाव के साथ सुनाया करते थे। इस अनुभव…

Kahani: कर भला हो भला

Kahani: एक माँ थी उसका एक बेटा था। माँ-बेटे बड़े गरीब थे। एक दिन माँ ने बेटे से कहा– बेटा! यहाँ से बहुत दूर तपोवन में एक दिगम्बर मुनि पधारे…

Book Review: तीन श्रेष्ठ कवियों की पत्रकारिता का आकलन

Book Review: हिंदी के तमाम मूर्धन्य संपादक पत्रकारिता के किसी संस्थान या विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित नहीं थे। किंतु वे अपने आप में प्रशिक्षण संस्थान थे। वे पूरे के पूरे पाठ्यक्रम…

गणेश जी का वक्रतुण्ड स्वरूप, जानें किस तरह की मूर्ति की करनी चाहिए पूजा

Pauranik Katha: क्या कभी आपने ध्यान दिया है कि भगवान गणेश की तस्वीरों और मूर्तियों में उनकी सूंड दाई या कुछ में बाई ओर होती है। सीधी सूंड वाले गणेश…

Pauranik Katha: गया तीर्थ की कथा

Pauranik Katha: ब्रह्माजी जब सृष्टि की रचना कर रहे थे उस दौरान उनसे असुर कुल में गया नामक असुर की रचना हो गई। गया असुरों के संतान रूप में पैदा…

Pauranik Katha: जब ठगे गए गणेश जी

Pauranik Katha: गणेश जी विघ्न विनाशक व शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं। अगर कोई सच्चे मन से गणोश जी की वंदना करता है, तो गौरी नंदन तुरंत प्रसन्न होकर…

Kahani: मनीष और सिल्फ़ की प्रेम कहानी

Kahani: इस प्रेम कहानी के पात्र हैं मनीष और सिल्फ़। वो एक-दूसरे को सोशल मीडिया पर फ़ॉलो किया करते थे, लेकिन ज़्यादा जानते नहीं थे। यहाँ तक कि दोनों एक-दूसरे…

Lokageet: कुसुम रंग

कुसुम रंग चुनरी रंगा दे पियवा हे। लहंगा मंगा दे पिया, ओढ़नी मंगा दे, आरीआरी गोटवा चढ़ा दे पियवा हे। कुसुम रंग••• लहंगा ले अइबों लाल, ओढ़नी रंगइबों धानी, अंगियौ…

Lucknow: अमित अंजन तीसरी बार बने संगीत नाटक अकादमी के सदस्य

Lucknow: उतर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी लखनऊ के संविधान के नियम पाँच में निहित व्यवस्था के अंतर्गत जनपद महराजगंज सिसवां बाज़ार के रहने वाले और गायकी की दुनियां में अंर्तराष्ट्रीय…