Things of Work: इन संकेतों से जिंदगी को बनाएं बेहतर

Things of Work: प्राकृति पृथ्वी के हर जीव-जन्तु आपसी तालमेल बनाया है। धरती का हर प्राणी एक-दूसरे का पूरक है। ये हर किसी को बेहतर जीवन बनाने का संकेत देते…

लोक संस्कृति से व्यक्ति को जोड़ने का काम करती हैं कथाएं: प्रो. द्विवेदी

-मीडिया 360 लिटरेरी फाउंडेशन द्वारा ‘कथा संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली: “भारत विश्व का पहला देश है, जहां कथा का जन्म हुआ। हमें गर्व है कि किस्सागोई की परंपरा…

kahani: मां की ममता

शैलेंद्र कुमार यादव Kahani: छोटे से कसबे में समीर नाम का एक लड़का रहता था। (Motivational Story) बचपन में ही पिता की मृत्यु हो जाने के कारण परिवार की आर्थिक…

‘मीडिया को जो लोग चला रहे हैं, वे दरअसल मीडिया के लोग नहीं हैं’

संत समीर आजकल आमतौर पर जिस तरह के साक्षात्कार हमें पढ़ने को मिलते हैं, यदि उनके भीतर की परतों को पहचानने की कोशिश करें तो कम ही साक्षात्कार मिलेंगे जो…

Story: सूने घर बुलाते हैं…

Story: किसी दिन सुबह उठकर (Motivational Story Hindi) एक बार इसका जायज़ा लीजियेगा कि कितने घरों में अगली पीढ़ी के बच्चे रह रहे हैं? कितने बाहर निकलकर नोएडा, गुड़गांव, पूना,…

प्रतिभा का पर्याय नहीं है अंग्रेजी: जोशी

-हिंदी पखवाड़े के अवसर पर भारतीय जन संचार संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन नई दिल्ली: “भाषाओं के माध्यम से ही देश का विकास संभव है। आज भारत में अंग्रेजी को…

‘मातृभाषा’ की जगह नहीं ले सकती कोई भी भाषा: प्रो. द्विवेदी

गुवाहाटी: “कोई भी भाषा किसी व्यक्ति की मातृभाषा की जगह नहीं ले सकती। हम अपनी मातृभाषा में सोचते हैं और उस पर हमारा स्वाभाविक अधिकार होता है। मातृभाषा में सोचने…

वक्त के साथ बदलते मीडिया से साक्षात्कार

वक्त बदल रहा है, मीडिया बदल रहा है, मीडिया तकनीक बदल रही है, मीडिया के पाठक और दर्शक की रुचि, स्थिति और परिस्थिति भी बदल रही है। ऐसे में मीडिया…

‘राजभाषा को जीवन की भी भाषा बनाएं’

अब जबकि सूरत में 14 सितंबर, 2022 से दो दिवसीय द्वितीय राजभाषा सम्मेलन प्रारंभ हो रहा है, तो यह जरूरी है कि हम राजभाषा की विकास बाधाओं पर बात जरूर…