शीत ऋतु का घेरा
धवल चांदनी छिटक रही है, नूर समेटे बांहों में। चुपके से आ जाओ प्रियतम, नैन निहारे राहों में। मन में विरह का ताप बहुत है, दूर..! निंद का डेरा है।…
धवल चांदनी छिटक रही है, नूर समेटे बांहों में। चुपके से आ जाओ प्रियतम, नैन निहारे राहों में। मन में विरह का ताप बहुत है, दूर..! निंद का डेरा है।…
नई दिल्ली: प्रख्यात कवि, आलोचक एवं ‘साहित्य परिक्रमा’ (राजस्थान) के संपादक डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को इस वर्ष के पं. बृजलाल द्विवेदी स्मृति अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया…
नये वर्ष की बेला आयी। उर में नई चेतना लायी। कैसा लगता सुखद प्रभात। खुशियों की होती बरसात। वर्मा हुआ तिमिर का नाश। सबके अधरों पर उल्लास। नया वर्ष हर…
दीवाना बन के आया हूँ, तेरे मयखाने में साकी। पीला दे रूप का मदिरा, मुझे दो घूंट ऐ साकी।। मुझे मदहोश कर दे तूँ, पीला के हुस्न का मदिरा। तुम्हें…
लखनऊ: गीत संग्रह ‘मैं निशा हूँ’ प्रणीत निशा सिंह ‘नवल’ लखनऊ का लोकार्पण समारोह रश्मि प्रकाशन द्वारा शांति कुटी लक्ष्मण पूरी लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ कवि…
1962 के चुनाव में बाबूलाल श्रीवास्तव के घर आए थे अटल जी बाबूलाल जी के परिवार के साथ घर पर किया था भोजन 1962 के चुनाव में नगर के प्रताप…
सफ़र बहुत ख़ुशनुमा था। रास्ते में किसी तरह का व्यवधान नहीं पड़ा। मंज़िल भी बहुत दूर नहीं थी कि गाड़ी की गति बहुत धीमी हो गयी। तब तक मुझे अहसास…
नई दिल्ली: राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर मंगलवार को भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने ‘अपना रेडियो 96.9 एफएम’ द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए…
(अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन, वाराणसी (13-14 नवंबर) के अवसर पर विशेष) एक भाषा के रूप में हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है, बल्कि हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों…
नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार एवं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति प्रो. बलदेव भाई शर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केंद्रित राम सुंदर कुमार की पुस्तक ‘मानुष…