Pauranik Katha: ब्रजमंडल कैसे बसा

Pauranik Katha: यदुवंश में शूरसेन नाम के एक पराक्रमी क्षत्रिय हुए। उनकी पत्नी का नाम मारिषा था। उनके दस पुत्र हुए। वसुदेवजी उनके सबसे श्रेष्ठ पुत्र थे। इनका विवाह देवक…

भविष्य की राह दिखाती ‘भारतबोध का नया समय’

भारत स्वाधीनता के 75 बसंत पार कर चुका है, जिसमें उसने ग्रीष्म की तपिश के साथ शीत के पाले को भी झेला है। अभी भारत आंतरिक चुनौतियों के साथ-साथ चीन…

Pauranik Katha: शकुनि कौन था, जानें क्यों ली थी कौरवों के विनाश की प्रतिज्ञा

Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…

Pauranik Katha: कौन थे महर्षि वेद व्यास, जानें उनके जन्म से जुड़ी ये कहानी

Pauranik Katha: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिए हैं, जिसमें से वेदव्यास एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी हमारे देश…

Pauranik Katha: धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर का कैसे हुआ जन्म, जानें क्या है कथा

Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था, इसलिये…

Pauranik Katha: सूर्य देव कैसे बने श्रीहनुमान जी के गुरु

Pauranik Katha: हनुमान जी जिनसे सभी बल, बुद्धि, विद्या देने की कामना करते हैं। हनुमानजी की शिक्षा के लिए उनकी माता कितनी चिंतित थी ये तो उनका इतिहास पढ़ने से…

Kahani: आदतें जो असलियत बता देती हैं…

Kahani: राजा के दरबार में एक आदमी नौकरी मांगने के लिए आया, उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई। तो वो बोला, मैं आदमी हो, चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे…

Kahani: भक्त गोविन्द दास

Kahani: बरसाना में गोविन्द दास नाम का एक भक्त रहता था। उसकी एक पुत्री थी, जिसका नाम था मुनिया। गोविन्द दास के परिवार में मुनिया के अलावा कोई नहीं था।…

महाभागवत्त स्वामी अखंडानंद जी सरस्वती और उनकी पुण्यभूमि महराई

संजय तिवारी संस्कृति पर्व के प्रेरणाश्रोत स्वामी अखंडानंद जी सरस्वती की पुण्य भूमि में दिन भर रहने का सुअवसर मिलना सौभाग्य ही है। काशी से केवल 46 किमी पूरब और…

Kahani: मन चंगा तो कठौती में गंगा

Kahani: एक बार की बात है, एक परिवार में पति-पत्नी एवं बहू बेटा यानी चार प्राणी रहते थे। समय आराम से बीत रहा था। चंद वर्षों बाद सास ने गंगा…