Pauranik Katha: जब माता सीता ने कराया था श्राद्ध भोज

Pauranik Katha: भगवान श्रीकृष्ण से पक्षीराज गरुड़ ने पूछा, हे प्रभु! पृथ्वी पर लोग अपने मृत पितरों का श्राद्ध करते हैं। उनकी रुचि का भोजन ब्राह्मणों आदि को कराते हैं।…

Book Fair: पुस्तक मेले में हुआ आईएएस अलोक रंजन की पुस्तक का विमोचन

Book Fair: राजधानी स्थित बलरामपुर गार्डन में दस दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेले (Book Fair) में शनिवार का दिन बेहद ही अहम रहा। उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्य सचिव, अर्थशास्त्री…

Pauranik Katha: गणेश की पत्नियां रिद्धि और सिद्धि के चमत्कार

Pauranik Katha: भाद्रपद की शुक्ल चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन गणपति की स्थापना करके गणेशोत्सव मनाया जाता है। आओ जानते हैं प्रथम…

Mahant Digvijaynath: सचमुच के दिग्विजयी थे दिग्विजयनाथ

Mahant Digvijaynath: सिर्फ नाम के नहीं सचमुच के दिग्विजयी थे गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ (Mahant Digvijaynath)। उनके शिष्य और पीठ के मौजूदा पीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु ब्रह्मलीन महंत…

Pauranik Katha: महाकवि कालिदास की परीक्षा

Pauranik Katha: ज्ञान, प्रकाश के लिए होता है, अहंकार के लिए नहीं। जब ज्ञान अहंकार बन जाता है, तो वह तमस लेकर आता है, जो ज्ञान के प्रकाश को ढक…

Kavita: राष्ट्र भक्ति का भाव

राष्ट्र भक्ति का भाव लिये हम आगे बढ़ते जायें l संघ मंत्र के बने पुरोधा समरस ज्योति जलायें ll सिंधु हिमालय से लेकर हिन्दु सागर तक एक l सभी उरों…

Kahani: मन का भूत

Kahani: एक तांत्रिक ने एक बार एक भूत पकड़ लिया और उसे बेचने शहर गया। संयोगवश उसकी मुलाकात एक सेठ से हुई। सेठ ने उससे पूछा- भाई यह क्या है,…

Parivartini Ekadashi: परिवर्तिनी एकादशी की पौराणिक कथा, जानें कैसे रखें व्रत

Parivartini Ekadashi: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्म एकादशी या परिवर्तनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु जोकि चतुर्मास की योगनिद्रा में सोए हुए थे,…

Pauranik Katha: गणेश जी के विवाह की कथा

Pauranik Katha: भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र गणेश जी की पूजा सभी भगवानों से पहले की जाती है। प्रत्येक शुभ कार्य करने से पहले इन्हें ही पूजा जाता…

Pauranik Katha: भगवान ने क्यों किया 16108 राजकुमारियों से विवाह

Pauranik Katha: भौमासुर नाम का एक असुर था। भौमासुर का एक नाम नरकासुर भी था। वह मूर्तिमती पृथ्वी का पुत्र था। असुर सदैव ही द्रोही होते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली हो…