Pauranik Katha: धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर के जन्म की कथा
Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था इसलिये…
Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था इसलिये…
आचार्य प्रमोद दुबे पुरोहित शब्द अर्थात पद जनतंत्र में बाधक प्रतीत होता है, पुरोहित अत्यल्प संख्यक है, संख्या/ मात्रा की दृष्टि से हटाइए। गुण के कारण पुरोहित पद नहीं हटेगा।…
Gyaan Ki Baat: शास्त्रों में मनुष्य को प्रात:काल उठने के बाद धरती माता की वंदना करके ही भूमि पर पैर रखने का विधान किया गया है। पहले दायें पैर को…
जन्म: 19 नवम्बर 1828 , वीरगति : 18 जून 1858 भारत की स्वाधीनता संग्राम की कहानी में 19 नवंबर पुण्य दिवस है। माता लक्ष्मी के रूप में उत्पन्न मणिकर्णिका मनु…
Kahani: एक राजा बहुत बड़ा प्रजापालक था, हमेशा प्रजा के हित में प्रयत्नशील रहता था। वह इतना कर्मठ था कि अपना सुख, ऐशो-आराम सब छोड़कर सारा समय जन-कल्याण में ही…
Pauranik Katha: एक बार अर्जुन भगवान शिव की तपस्या करने हिमालय के जंगलों में चले गए और शिव की घोर तपस्या में मग्न हो गए। उनकी तपस्या से शिव प्रसन्न…
Kahani: एक बार बुरी आत्माओं ने भगवान से शिकायत की कि उनके साथ इतना बुरा व्यवहार क्यों किया जाता है, जबकी अच्छी आत्माएँ इतने शानदार महल में रहती हैं और…
Pauranik Katha: राम और रावण की सेनाओं में भयंकर युद्ध चल रहा था। रावण का पुत्र मेघनाथ लक्ष्मण के सम्मुख युद्ध में रत था। तभी मेघनाथ ने लक्ष्मण पर अमोघ…
Kahani: विंध्याचल पर्वत के बीच बसे एक गाँव के किसान मंगलू की गाय बहुत बीमार पड़ गयी। उसके दूध की बिक्री करके वह अपने परिवार का पालन करता था। गाँव…
आहार व्यक्तित्व का आधार है। आहार पर भी देशकाल का प्रभाव होता है। ठंडी जलवायु वाले देशों में शरीर के ताप को विशेष स्तर पर बनाए रखने की जरूरत होती…