Kavita: लोकतंत्र के विजयोत्सव से

लोकतंत्र के विजयोत्सव से, ज़न ज़न में अभय भाव जागे। जीवन मूल्य सनातन होंगे, हो भारत में रामराज्य आगे।। एकात्म दृष्टि होगी समाज में, होगी सबको बढ़ने की सुविधा। चहुं…

Bhakti Andolan: सन्त तुकाराम और शिवाजी का गौरवशाली इतिहास

Bhakti Andolan: सन्त तुकाराम (Saint Tukaram) को भारत में भक्ति आन्दोलन (Bhakti Andolan) के महान सन्तों में पूज्य स्थान प्राप्त है। भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करने का उद्देश्य…

Pauranik Katha: जानें कैसे हुई हनुमान चालीसा की रचना

Pauranik Katha: भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलियुग। इस कथन को सत्य करता एक दोहा रामचरितमानस में तुलसीदास…

Kavita: ईश्वर की कृपा सहायक हो

कर्तव्य भाव से भरा रहे हर क्षण-पल जीवन सबका। क्रिया शीलता रहे सदा हो सृजनात्म भाव मन का।। निष्क्रिय जीवन से रहें दूर सद कर्म सदा वे कर पायें। वह…

Pauranik Katha: एक राम नाम हज़ार दिव्य नामों के समान

Pauranik Katha: महादेव जी को एक बार बिना कारण के किसी को प्रणाम करते देखकर पार्वती जी ने पूछा कि हे देव! आप किसको प्रणाम करते रहते हैं? शिवजी पार्वती…

Asia Book of Records: लेखक अमित राजपूत को ग्रैंड मास्टर का खिताब

Asia Book of Records: प्रख्यात भारतीय लेखक और पत्रकार अमित राजपूत को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने ग्रैंड मास्टर के खिताब से नवाजा है। उनको ये उपाधि न्यूनतम आयु में…

Pauranik Katha: शरशय्या पर कितने दिनों के बाद भीष्म पितामह ने त्यागे थे प्राण

Pauranik Katha: महर्षि वेदव्यास की महान रचना महाभारत ग्रंथ के प्रमुख पात्र भीष्म पितामह हैं। जिनके बारे में कहा जाता है कि वे एकमात्र ऐसे पात्र हैं जो महाभारत में…

Pauranik Katha: जानें क्यों नहीं करनी चाहिए श्री गणेश की पीठ के दर्शन?

Pauranik Katha: ऋद्धि सिद्धि के दाता यानि गणेश जी का स्वरूप बेहद मनोहर एवं मंगलदायक है। एकदंत और चतुर्बाहु गणपति अपने चारों हाथों में पाष, अंकुष, दंत और वरमुद्रा धारण…