Pauranik Katha: भीम और हिडिम्बा के विवाह की कथा

Pauranik Katha: हिडिम्बा पांडव कुल की सबसे पहले बनने वाली वधू बनी थी। लाक्षागृह यानी लाह के बने घर को जब दुर्योधन एवं मामा शकुनि की योजना के अनुसार, जलाया…

Pauranik Katha: बड़ी रोचक है गंगा अवतरण की कथा

Pauranik Katha: पौराणिक मान्यता के अनुसार माँ गंगा पृथ्वी पर आने से पहले स्वर्ग में बहती थी, तो फिर ऐसा क्या हुआ कि गंगा माता को पृथ्वी पर आना पड़ा।…

Astrology: मंदिर से लौटने के पहले वहां कुछ देर जरूर बैठना चाहिए?

Astrology: माना जाता है कि मंदिरों में ईश्वर साक्षात् रूप में विराजित होते हैं। किसी भी मंदिर में भगवान के होने की अनुभूति प्राप्त की जा सकती है। भगवान की…

Pauranik Katha: भक्त श्रेष्ठ का दर्शन

Pauranik Katha: एक बार भगवती पार्वती ने भगवान शंकर से कहा, आज किसी भक्त श्रेष्ठ का दर्शन कराने की कृपा करें। भगवान शंकर तत्काल उठ खड़े हुए और कहा– जीवन…

Astrology: सुबह धरती पर पैर रखने से पहले करें प्रणाम, जानें क्या है मर्म

पं. वेद प्रकाश तिवारी Astrology: हिंदू धर्म या सनातन धर्म में सुबह उठने के बाद धरती पर पैर रखने से पहले उसे प्रणाम करने की सलाह दी गई है। ऐसा…

Pauranik Katha: क्या होता है अक्षय पात्र, जानें युधिष्ठिर को कैसे प्राप्त हुआ

Pauranik Katha: अक्षय पात्र को जानने से पहले अक्षय को समझें। अक्षय का अर्थ होता है, जिसका कभी छय न हो यानी नाश न हो। जो कभी खत्म नहीं किया…

Pauranik Katha: संत की खीर

Pauranik Katha: संत श्री रघुनाथ दास गोस्वामी राधाकुंड गोवर्धन में रहकर नित्य भजन करते थे। नित्य प्रभु को 1000 दंडवत प्रणाम, 2000 वैष्णवों को दंडवत प्रणाम और 1 लाख हरिनाम…

Pauranik Katha: अर्जुन और भगवान शिव का युद्ध

Pauranik Katha: हिमालय की तराई में एक सघन वन था, वन में तरह-तरह के पशु-पक्षी रहते थे। वहीं जगह-जगह ऋषियों की झोंपड़ियां भी बनी हुई थीं। ऐसा लगता था मानो…

Pauranik Katha: शकुनि ने बदला लेने के लिए बहन के खानदान का कराया सर्वनाश

Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…

Pauranik Katha: सती अनसुइया के सतीत्व में फंसे त्रिदेव, बालक रूप में लेना पड़ा जन्म

Pauranik Katha: सती अनुसूया महर्षि अत्रि की पत्नी थीं, जो अपने पतिव्रता धर्म के कारण सुविख्यात थी। अनुसूया का स्थान भारतवर्ष की सती-साध्वी नारियों में बहुत ऊँचा है। इनका जन्म…

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