Dussehra पर नीलकंठ का दर्शन करना क्यों माना जाता है शुभ, जानें क्या कथा

Dussehra: दशहरा, जिसे विजयदशमी भी कहा जाता है, अश्विन माह की दसवीं तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक…

Pauranik Katha: कौन था महिषासुर, कैसे हुई उत्तपत्ति और वध

Pauranik Katha: महिषासुर ब्रह्म ऋषि कश्यप और दनु का पौत्र (पोता) और असुरों के राजा रम्भ का पुत्र था। महिषासुर के पिता रंभ, असुरों के राजा थे। एक बार असुरों…

Navratri: माता दुर्गा के 51 शक्तिपीठ और उनके स्थान

Navratri: नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा चल रही है। माता के 51 शक्तिपीठों की नवरात्रि में विशेष महत्ता है। यहां हम 51 शक्तिपीठों के नाम और स्थान के बारे…

Navratri: भगवती को माँ दुर्गा क्यों कहा जाता है

Navratri: नवरात्रि चल रही है, जिसे हमलोग दुर्गापूजा के नाम से भी जानते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि माँ भगवती को माँ दुर्गा क्यों कहा जाता है। पौराणिक…

Kanpur News: रविंद्रपुरी महाराज पहुंचे करौली शंकर महादेव धाम, साधु-संतों-सेवकों ने किया भव्य स्वागत

कानपुर: अखिल भारतीय आखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्रपुरी महाराज करौली शंकर महादेव धाम में पहुंचे। इस दौरान दरबार में उपस्थित सभी साधु-संतों, सेवकों और भक्तजनों ने उनका भव्य स्वागत…

Navratri: माँ न होती तो हम न होते

Navratri: माँ प्रत्येक जीव की आदि अनादि अनुभूति है। हम सबका अस्तित्व माँ के कारण ही है। माँ न होती तो हम न होते। माँ स्वाभाविक ही दिव्य हैं, देवी…

Pauranik Katha: महादानी सूर्यपुत्र कर्ण की मृत्यु का रहस्य, श्रीकमृष्ण ने दी थी मुखग्नि

Pauranik Katha: दुशाशन को जब भीम ने मार कर उसका रक्त पिया और द्रौपदी के केश उसके खून से धुलवाए तो दुर्योधन की आँखों में खून उतर आया उसने आव…

Pitru Paksha में कागभुषंडी के रूप में कौवे को क्यों कराते हैं भोजन

Pitru Paksha: कौवे के रूप मे दिखने वाले कागभुषंडी जी प्रभु श्रीराम के बहुत बड़े भक्त थे और इन्हें यह वरदान प्राप्त था कि वो समय और टाइम के बाहर…

Sharadiya Navratri: कब शुरू हो रही नवरात्रि, घट स्थापना और जानें तिथियों की जानकारी

Sharadiya Navratri: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri) 3 अक्टूबर 2024, गुरुवार से शुरू हो रही है। इस अवसर पर घट (कलश) स्थापना करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। निर्णय सागर पंचांग…

Pitru Paksha: क्यों दोपहर में होता है पितरों का भोजन, जानें कैसे होता है पिंडदान और तर्पण

Pitru Paksha: पितृ पक्ष, पितरों का याद करने का समय माना गया है। भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को ऋषि तर्पण से आरंभ होकर यह आश्विन कृष्ण अमावस्या तक जिसे महालया कहते…

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