Pauranik Katha: रामायण की एक चौपाई का रहस्य

Pauranik Katha: श्रीरामकथा में श्रीराम के एवं भरत के चरित्र की मार्मिक कथाएँ पत्थर को भी पिघलाने वाली हैं। श्रीराम के वनगमन हो जाने तथा महाराज दशरथ के परलोक गमन…

श्रावण मास: नहीं रहेगी पैसे की तंगी श्रावण मास में करें ये उपाय

शिव भक्तों का पावन महीना श्रावण शुरु हो चुका है। इस महीने से कांवड़िए गंगाजल भरकर पैदल यात्रा करते हैं और अपने घर वापिस आते हैं। इसके अलावा इस महीने…

Kahani: भक्तों के लिए भोले और दुष्टों के लिए महाकाल है शिव

Kahani: संसार में भगवान की भक्ति सुख और शान्ति प्राप्त करने का अमोघ साधन है। इससे उत्तम साधन और कोई नहीं है, क्योंकि भक्त को ईश्वर का आश्रय रहता है…

सावन: काशी के इस मंदिर जाप और दर्शन मात्र से कट जाती है अकाल मृत्यु

वाराणसी। वाराणसी के दारानगर इलाके में स्थित महामृत्युंजय मंदिर में महामृत्युंजय जप कराने से लोगों को विश्वास है कि अकाल मृत्यु नहीं होती। गंभीर बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है।…

Maharishi Vedvyas: महर्षि वेद व्यास कौन थे, जानें उनके जन्म से जुड़ी कहानी

Maharishi Vedvyas: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिया हैं, जिसमें से वेदव्यास (Maharishi Vedvyas) एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी…

Dharma Gyan: चार वेद का महत्व, जानें किस वेद में क्या है

Dharma Gyan: वेद दुनिया के प्रथम धर्मग्रंथ है। इसी के आधार पर दुनिया के अन्य मजहबों की उत्पत्ति हुई, जिन्होंने वेदों के ज्ञान को अपने-अपने तरीके से भिन्न भिन्न भाषा…

Kahani: प्रताप भानु कैसे बना रावण

Kahani: भगवान शिव पार्वती जी को बताते हैं कि एक समय कैकेय देश पर महान राजा सत्यकेतु का शासन था। इस राजा के दो पुत्र थे, प्रताप भानु और अरि…

Kahani: पुरी के मंदिर में बने भगवान कृष्ण, बलराम और सुभद्रा की आंखों का रहस्य

Kahani: ये हर मनुष्य के लिए आश्चर्य का विषय है कि जगन्नाथ पुरी के मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ राधा क्यों नहीं हैं और दूसरा, तीनों भाई बहन की…

Astrology: कुंडली में शुक्र अस्त तो जिन्दगी पस्त

Astrology: कुंडली में अगर शुक्र अस्त हो गया तो आप यह समझ जाइए जीवन में हर तरह से हर चीजों का अस्त होना। चाहे जीवन का सुख ऐश्वर्य हो या…

Prerak Prasang: भगवान जगन्नाथ की तुलसीदास पर कृपा

Prerak Prasang: एक बार तुलसीदास महाराज को किसी ने बताया कि जगन्नाथ मैं तो साक्षात भगवान ही दर्शन देते हैं। बस फिर क्या था सुनकर तुलसीदास महाराज तो बहुत ही…