Dhanteras 2023: धनतेरस यमराज की पूजा का है पर्व, जानें महत्व

Dhanteras 2023: हिंदू धर्म में दीपावली एक ऐसा त्योहार है, जो अपने आसपास कई पर्व को लेकर आता है। दीपावली से पहले धनतेरस (Dhanteras 2023) का त्योहार धूमधाम से मनाया…

Pauranik Katha: पौराणिक काल के 24 चर्चित श्रापों की कहानी

Pauranik Katha: सनातन पौराणिक ग्रंथों में अनेक श्रापों का वर्णन मिलता है। हर श्राप के पीछे कोई न कोई कहानी जरूर मिलती है। आज हम आपको 24 ऐसे ही प्रसिद्ध…

Pauranik Katha: ईश्वर का धन्यवाद

Pauranik Katha: एक राजा थे सूर्यसेन। वह बहुत बड़े दानी थे। उनका प्रतिदिन का नियम था सवेरे जल्दी उठते नदी में स्नान करके पूजा-पाठ करते तथा उसके बाद निर्धनों को…

Pauranik Katha: असली अश्वमेघ यज्ञ

Pauranik Katha: महाभारत का एक प्रसंग हैं, अश्वमेध यज्ञ चल रहा था, बड़े-बड़े ॠषियों और ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दी जा रही थी। कहतें हैं कि उस यज्ञ में बड़े-बड़े देवता…

श्रीराम जन्मभूमि के बलिदानियों की मुक्ति के लिए काशी विश्वनाथ का किया गया महारुद्राभिषेक

Varanasi: 492 वर्ष तक अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि स्थान पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर बनाने के लिए जिन संतों, गृहस्थों व कारसेवकों ने अपने प्राणों की आहुति दी उनकी…

Karva Chauth: क्या है करवा चौथ का त्योहार, जानें कैसे हुई शुरुआत

शिवाधर दुबे Karva Chauth: करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान का पर्व है। यह कार्तिक मास की…

Karva Chauth: पति-पत्नी के अखंड प्रेम और त्याग का प्रतीक है करवा चौथ

आचार्य डॉ. विजय शंकर मिश्र Karva Chauth: पूर्वांचल को छोड़कर भारत के अवशिष्ट अनेक क्षेत्र में पारम्परिक रीति-रिवाज के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विवाहित…

Pauranik Katha: सुदर्शन चक्र की कैसे हुई उत्पत्ति

Pauranik Katha: सुदर्शन चक्र भगवान श्री हरि विष्णु जी का शस्त्र है। यह चक्र एक ऐसा शस्त्र है, जो चलाने के बाद अपने लक्ष्य पर पहुंच कर उसे भेद कर…

Pauranik Katha: भगवान श्रीकृष्ण, चंद्रमा और 16 कलाएं

Pauranik Katha: लीला पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण ने चंद्रमा की 16 कलाओं से संयुक्त शरद पूर्णिमा की रात्रि को जिस महारास का आयोजन किया था, उपनिषद के मनीषी उसे अध्यात्म क्षेत्र की…

Pauranik Katha: मृत्युलोक का सबसे बड़ा सच

Pauranik Katha: गरुड़ जी को द्वार पर छोड़ कर श्री हरि विष्णु जी और योगमाया शिव से मिलने अंदर चले गए। तब कैलाश की प्राकृतिक शोभा को देख कर गरुड़…

Other Story