Pauranik Katha: जानें क्यों नहीं करनी चाहिए श्री गणेश की पीठ के दर्शन?
Pauranik Katha: ऋद्धि सिद्धि के दाता यानि गणेश जी का स्वरूप बेहद मनोहर एवं मंगलदायक है। एकदंत और चतुर्बाहु गणपति अपने चारों हाथों में पाष, अंकुष, दंत और वरमुद्रा धारण…
Pauranik Katha: ऋद्धि सिद्धि के दाता यानि गणेश जी का स्वरूप बेहद मनोहर एवं मंगलदायक है। एकदंत और चतुर्बाहु गणपति अपने चारों हाथों में पाष, अंकुष, दंत और वरमुद्रा धारण…
Pauranik Katha: चंद्रमा की सुंदरता पर राजा दक्ष की सत्ताइस पुत्रियां मोहित हो गईं। वे सभी चंद्रमा से विवाह करना चाहती थीं। दक्ष ने समझाया सगी बहनों का एक ही…
Pauranik Katha: हम पौराणिक कथाओं में प्रायः यह पढ़ते-सुनते आये हैं कि अमुक ऋषि ने अमुक साधक को वरदान दिया या अमुक असुर को श्राप दिया। जन साधारण को या…
Pauranik Katha: शास्त्रों में राजा को भगवान् की विभूति माना गया है। साधारण व्यक्ति से श्रेष्ठ राजा को माना जाता है, राजाओं में भी श्रेष्ठ सप्त द्वीपवती पृथ्वी के चक्रवर्ती…
Pauranik Katha: एक असुर था, दम्बोद्भव। उसने सूर्यदेव की बड़ी तपस्या की। सूर्य देव जब प्रसन्न हो कर प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा तो उसने “अमरत्व” का वरदान…
Pauranik Katha: भगवान शिव का धनुष बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारिक था। शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार से ही बादल फट जाते थे और पर्वत हिलने…
Pauranik Katha: महामुनि मेधा ने राजा सुरथ और समाधि वैश्य को महा सरस्वती का चरित्र इस प्रकार सुनाया। प्राचीन काल में शुम्भ और निशुम्भ नामक दो परम पराक्रमी दैत्य उत्पन्न…
Navratri 2024: नवरात्रि (Navratri 2024) शब्द से नव अहोरात्रों (विशेष रात्रियां) का बोध होता है। इस समय शक्ति के नव रूपों की उपासना की जाती है। ‘रात्रि’ शब्द सिद्धि का…
Pauranik Katha: हम सभी इस सृष्टि के निर्माता के रूप में परमपिता भगवान ब्रह्मा को देखते हैं, जबकि संचालक की भूमिका भगवान विष्णु व संहारक महादेव स्वयं हैं। सृष्टि निर्माता…
Vedas: वेद दुनिया के प्रथम धर्मग्रंथ है। इसी के आधार पर दुनिया के अन्य मजहबों की उत्पत्ति हुई, जिन्होंने वेदों के ज्ञान को अपने अपने तरीके से भिन्न-भिन्न भाषा में…