यति नरसिम्हानंद के जीवन की सुरक्षा जरूरी क्यों?

हिन्दू संत यति नरसिम्हानंद सरस्वती के जीवन पर खतरा उत्पन्न हो गया है। तथाकथित बयानबाजी को लेकर तन मन से जुदा की मुस्लिम हिंसा की मानसिकता उनके जीवन के पीछे…

पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का दस्तावेज है ‘लोगों का काम है कहना’

सुदर्शन व्यास ‘लोगों का काम है कहना…’ पुस्तक का आखिरी पन्ना पलटते समय संयोग से महात्मा गांधी का एक ध्येय वाक्य मन–मस्तिष्क में गूंज उठा– ‘कर्म ही पूजा है’। जब…

Navratri: माँ न होती तो हम न होते

Navratri: माँ प्रत्येक जीव की आदि अनादि अनुभूति है। हम सबका अस्तित्व माँ के कारण ही है। माँ न होती तो हम न होते। माँ स्वाभाविक ही दिव्य हैं, देवी…

भारत के मुकट कश्मीर की दुखभरी कहानी

महाराजा ललितादित्य (724 ईस्वी से 761) का साम्राज्य कश्मीर में था। उनके कालखण्ड के कश्मीर का विस्तार मध्य एशिया से बंगाल तक था। अरब के मुसलिम आक्रान्ता ललितादित्य के पराक्रम…

स्त्री उत्पीड़न समाज और राज दोनों के लिए पीड़ादायी

देश स्त्री उत्पीड़न की घटनाओं से चिंतित है। यह समाज और राज दोनों के लिए पीड़ादायी है। स्त्री उत्पीड़कों को दण्डित करने के लिए अनेक कानूनी प्रावधान हैं। कानून पालन…

मीडिया गुरु सम्मान से अलंकृत हुए पत्रकारिता के ‘संजय’

-दामोदर सिंह राजावत 29 सितंबर, 2024 का दिन पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में एक नई इबारत लिखने जा रहा है। राजस्थान के पाली मारवाड़ में आयोजित एक भव्य समारोह…

विवादों में रहा गांधी का ब्रह्मचर्य

मोहनदास करमचन्द गांधी का विवाह 13 वर्ष की अवस्था में कस्तूरबा से हुआ था। मोहनदास 02 अक्टूबर, 1869 में जन्में थे, जबकि कस्तूरबा उनसे छह माह से कुछ बड़ी थीं।…

Pager blast: युद्ध के नए युग में प्रौद्योगिकी का हथियारीकरण

Pager blast: 17 सितंबर, 2024 को इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध में उभर रहे नए तकनीकी विकास ने दुनिया को चौंका दिया। हाल ही में लेबनान और सीरिया में पेजर ब्लास्ट की खबर…

Book Review: तीन श्रेष्ठ कवियों की पत्रकारिता का आकलन

Book Review: हिंदी के तमाम मूर्धन्य संपादक पत्रकारिता के किसी संस्थान या विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित नहीं थे। किंतु वे अपने आप में प्रशिक्षण संस्थान थे। वे पूरे के पूरे पाठ्यक्रम…

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ वर्ष

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 100 बरस का होने जा रहा है। संघ संप्रति दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन है। दुनिया का कोई भी देश ऐसा स्वयंसेवी संगठन नहीं बना पाया।…