BJP JDS Alliance: लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) अपने कुनबे को मजबूत करने में जुट गई है। शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर (JDS) ने बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने का एलान कर दिया है। यह एलान 22 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी की मुलाकात के बाद हुआ है। इस मुलाकात के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस दौरान तीनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव मद्देनजर कर्नाटक की सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हुई।
Met Former Chief Minister of Karnataka and JD(S) leader Shri H.D. Kumaraswamy in the presence of our senior leader and Home Minister Shri @AmitShah Ji.
I am happy that JD(S) has decided to be the part of National Democratic Alliance. We wholeheartedly welcome them in the NDA.… pic.twitter.com/eRDUdCwLJc— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) September 22, 2023
बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि जेडीएस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गई है। उन्होंने ट्विटर पर मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा कि कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी से गृह मंत्री अमित शाह की मौजदूगी में मुलाकात हुई। मुझे खुशी है कि जेडीएस ने एनडीए में शामिल होने का निर्णय लिया। बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि हम एनडीए में उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं। यह एनडीए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण नए इंडिया, मजबूत भारत को और मजबूती देगा। वहीं एचडी कुमारस्वामी का कहना है कि गठबंधन हो गया और सीट शेयरिंग को लेकर हम आगे चर्चा करेंगे।
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गौरतलब है कि मौजूदा समय में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। इसी वर्ष मई में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने रिकॉर्ड जीत हासिल की। 135 सीटों के साथ कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। वहीं बीजेपी को सत्ता से बाहर होना पड़ा। विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 66 और जेडीएस को 19 सीटों पर सफलता मिली। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन काफी अहम माना जा रहा है। गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में बीजेपी ने 25 सीट जीती थी, जबकि उसके समर्थन वाली निर्दलीय (मांड्या से सुमलता अंबरीश) को एक सीट मिली थी। वहीं कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था। कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीट हैं।
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