रविंद्र प्रसाद मिश्र
Ayodhya News: देश की बदहाली के लिए अक्सर नेताओं को जिम्मेदार ठहराया जाता है। जबकि ऐसा है नहीं। देश को गर्त में ले जाने में नेताओं से ज्यादा अधिकारी जिम्मेदार हैं। किसी भी दल के नेता को पांच साल बाद जनता की बीच पहुंचकर अग्निपरीक्षा देनी होती है, जबकि अधिकारी का एक बार सलेक्शन हो गया, तो जिंदगी सुरक्षित मान ली जाती है। यह अलग बात है कि नेता बनने के लिए शैक्षिक योग्यता मायने नहीं रखती। लेकिन पढ़-लिखकर बेइमानी, कामचोरी, रिश्वतखोरी की योग्यता को क्या समझा जाए। दिवाली से एक दिन पूर्व देव दीपावली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या (PM Modi visit to Ayodhya) में कार्यक्रम था। अयोध्या में व्यवस्था चाक चौबंद होना लाजिमी था। ऐसा हुआ भी।
रंग-बिरंगी झालरों से सजी अयोध्या, चमचमाती सड़कें रामनगरी की विकास की गवाह बनी। देश की मीडिया में अयोध्या छाया रहा। प्रदेश के उच्च अधिकारियों की नजरें अयोध्या पर टिकी रहीं। लेकिन बात हकीकत की जाए तो यह सारी व्यवस्था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे (PM Modi visit to Ayodhya) से दो दिन पहले हुई। रातों रात सड़कों का कायाकल्प किया गया। सबने यह मान लिया ऐसा प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर किया जा रहा है। जबकि सच यह है कि यह सब प्रधानमंत्री को दिखाने के लिए किया गया।
यूपी की अफसरशाही को नहीं समझ पाए पीएम मोदी
अयोध्या कितनी दुश्वारियों से जूझ रहा है, इसे यहां रहने वाली भलीभांति जानते हैं। प्रधानमंत्री दूर दृष्टि वाले नेता माने जाते हैं। वह जहां जाते हैं, वहां के हाव, भाव और स्वभाव से पहले ही परिचित हो जाते हैं। लेकिन यहां वह उत्तर प्रदेश की अफसरशाही के स्वभाव से रूबरू होने से चूक गए। वह यह समझने से चूक गए कि उन्हें जो दिखाया जा रहा है, वह वैसा है नहीं बनाया गया। रातों रात बनी सड़कें यह बताने के लिए काफी थी कि वह पहले ऐसी नहीं थीं। लेकिन इस पर गौर कौन करें।
अधिकारियों ने जो दिखाया वही दिखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जनता जो देखना चाहती थी, अधिकारी वही दिखा रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गड्ढा मुक्त सड़क के दावे के बीच राजधानी लखनऊ से गोरखपुर फोर लेन सड़क इन दिनों गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। ऐसी स्थिति तब है जब यहां के टोल प्लाजा पर वाहन चालकों से रोजाना लाखों रुपए की वसूली हो रही है। अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तय रूट को इस तरह दुरूस्त कर दिया गया, जिसको देखकर फोरलेन की दुर्दशा का अंदाजा लगा पाना आसान नहीं है।
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फिलहाल प्रधानमंत्री के बहाने ही सही दीपावली पर्व पर अयोध्या का कायाकल्प हो गया है। जनता भी खुश नजर आ रही है। वहीं अधिकारी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आंख में धूल झोंककर राहत की सांस ले रहे हैं। अयोध्या की दीपावली अपनी रोशनी से दुनिया को रौशन कर रही है। हर तरफ अयोध्या की गूंज है।
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