रांची: मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में तमाम ऐसे शाहरुख और सलमान नाम मिल जाएंगे, जिनके आतंक से कई परिवार जूझ रहे हैं। इन मामलों का खुलासा तब होता है जब अंकिता (Ankita Murder Case) जैसी लड़की की जान चली जाती है। झारखंड के दुमका में अंकिता हत्याकांड (Ankita Murder Case) को लेकर लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। एकतरफा प्यार में शाहरुख नाम के लड़के ने नाबालिग लड़की अंकिता को पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया। उसने यह घटना अचानक सनक में आकर नहीं की है। वह दो साल से अंकिता (Ankita Murder Case) को परेशान कर रहा था। शाहरुख नाबालिग अंकिता के लिए ‘आतंक’ बन चुका था। बताया जा रहा है कि शाहरुख करीब दो साल से अंकिता के पीछे पड़ा था, लेकिन अंकिता उसे नापसंद करती थी।
अंकिता ने मौत (Ankita Murder Case) से पांच दिन पहले फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्यकारी मजिस्ट्रेट को दिए बयान में कहा था कि शाहरुख ने उसकी एक सहेली से उसका मोबाइल नंबर ले लिया था। फोन करके वह उसपर दोस्ती का दबाव बनाता था। लेकिन अंकिता को यह मंजूर नहीं था, वह उसे उससे बात करना भी पसंद नहीं करती थी।
छेड़खानी से परेशान होकर स्कूल जाना छोड़ दिया
शाहरुख न उसे केवल बार-बार फोन कर अंकिता को परेशान करता था बल्कि स्कूल जाने के रास्ते में पीछा कर छेड़खानी भी करता था। शाहरुख की इन हरकतों से अंकिता तंग आ कर स्कूल जाना बंद कर दिया। ट्यूशन के लिए वह पिता के साथ जाती थी। इसको लेकर शाहरुख ने अंकिता के घर पर पत्थरबाजी भी की थी। इतना ही नहीं वह अंकिता को अकेला देखकर उसके घर में घुस जाता था। उसकी इस हरकत पर लोगों ने एक बार चोर कह कर पिटाई भी की थी। इसके बाद भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।
अंकिता को अच्छी तालीम देना चाहते थे पिता
अंकिता के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ठीक नहीं है। उसके पिता संजीव सिंह एक किराना व्यवसायी की दुकान में काम करते हैं। खस्ताहाल के बावजूद संजीव सिंह अंकिता और उसके भाई को अच्छी तालीम देना चाहते थे। अंकिता भी पढ़ने में तेज थी। कैंसर के चलते अंकिता की मां का एक साल पहले निधन हो चुका है। वहीं अब बेटी अंकिता की मौत से संजीव सिंह टूट गए हैं। संजीव की दो बेटियों में से बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। अंकिता दूसरे नम्बर पर थी। संजीव का बेटा 12 साल का है और घर में माता-पिता हैं।
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घटना से पहले जान से मारने की दी थी धमकी
शाहरुख ने घटना को अंजाम देने से पहले फोन पर जान से मारने की धमकी दी थी। 22 अगस्त को उसने अंकिता को फोन पर धमकी दी थी कि वह बात नहीं करेगी, तो उसे जान से मार देगा। अंकिता रात में अपने कमरे में सोई हुई थी कि शाहरुख तड़के 4 बजे उसके घर पहुंच कर खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी। इसमें अंकिता बुरी तरह से झुलस गई। इलाज के लिए उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद 23 अगस्त को ही देर रात रिम्स रांची में भर्ती किया गया था। पिता के मुताबिक अंकिता का शरीर का पीठ का हिस्सा, दोनों हाथ, दोनों पैर और पेट का भाग बुरी तरह से जल गया था। गंभीर रूप से झुलसी अंकिता ने पांच दिनों के संघर्ष के बाद वह जिंदगी की जंग हार गई।
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