Akanksha Singh: फिल्मों और टीवी की चकाचौंध से भरी दुनिया में नाम कमाना आसान नहीं होता। और अगर कोई इंसान एक नहीं, बल्कि दो अलग-अलग क्षेत्रों में कामयाबी पाए, तो वह वाकई खास होता है। अभिनेत्री आकांक्षा सिंह ऐसी ही एक मिसाल हैं। आज वह एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अभिनय में सफलता पाने से पहले आकांक्षा एक प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट रही हैं।

आकांक्षा का जन्म 30 जुलाई 1990 को राजस्थान के जयपुर में हुआ था। उनकी माँ खुद एक थिएटर कलाकार थीं, जिससे घर का माहौल कला से जुड़ा रहा। यही वजह रही कि आकांक्षा को बचपन से ही मंच और अभिनय से लगाव हो गया। उन्होंने पहले पढ़ाई पर ध्यान दिया और फिजियोथेरेपी में डिग्री हासिल की। इस पढ़ाई के दौरान उन्होंने शरीर, इलाज और देखभाल के बारे में गहराई से सीखा। इस दौरान भी उन्होंने थिएटर करना जारी रखा।

 

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टीवी से मिली पहचान, फिर फिल्मों में एंट्री

साल 2012 में उन्हें टीवी शो ‘ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा’ का ऑफर मिला और इस शो के ज़रिए उन्होंने छोटे पर्दे की दुनिया में कदम रखा। आकांक्षा ने इस शो में दो बच्चों की माँ और विधवा ‘मेघा व्यास भटनागर’ का किरदार निभाया, जो भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने इस भूमिका को इतनी सादगी और गहराई से निभाया कि दर्शक उनके कायल हो गए। इस किरदार के लिए उन्हें ‘इंडियन टेली अवार्ड्स’ भी मिला।

 

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टीवी पर सफल शुरुआत के बाद, वह 2015 में होटल इंडस्ट्री पर आधारित शो ‘गुलमोहर ग्रैंड’ में ‘अनाहिता मेहता फर्नांडीज’ के रोल में दिखीं। इसके बाद, 2016 में ‘बॉक्स क्रिकेट लीग’ में एक प्रतियोगी के रूप में शामिल हुईं और 2017 में ‘ऐ जिंदगी’ के एक एपिसोड में वकील की भूमिका निभाई।

आकांक्षा ने फिल्मों में भी अपनी किस्मत आजमाई। 2017 में उन्होंने हिंदी फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की, जिसमें वह किरण कक्कड़ के छोटे लेकिन असरदार रोल में नज़र आईं। उसी साल तेलुगु फिल्म ‘मल्ली रावा’ से उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। इस फिल्म में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई और उनके अभिनय को खूब सराहा गया।

 

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साउथ सिनेमा से लेकर ओटीटी तक, हर जगह बिखेरा जलवा

साल 2018 में उन्होंने नागार्जुन के साथ तेलुगु फिल्म ‘देवदास’ में काम किया, जो दर्शकों को काफी पसंद आई। उसी साल वह दो शॉर्ट फिल्मों ‘मेथी के लड्डू’ और ‘कैद’ में भी नज़र आईं। 2019 में उन्होंने कन्नड़ फिल्म ‘पैलवान’ में सुदीप के साथ अभिनय किया, जो कई भाषाओं में रिलीज़ हुई और बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की।

ओटीटी पर भी आकांक्षा ने खुद को साबित किया। उन्होंने 2021 में डिज़्नी प्लस हॉटस्टार की वेब सीरीज़ ‘परंपरा’ से ओटीटी डेब्यू किया और फिर 2022 में ‘एस्केप लाइव’ में एक पुलिस अफसर की भूमिका निभाई। उसी साल उन्होंने ‘रंगबाज़: डर की राजनीति’ और तेलुगु एंथोलॉजी ‘मीट क्यूट’ में भी दमदार उपस्थिति दर्ज की।

 

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2022 की ही फिल्म ‘रनवे 34’ में उन्होंने अजय देवगन की पत्नी समायरा खन्ना का किरदार निभाया, जो उनकी दूसरी बड़ी हिंदी फिल्म थी।

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आकांक्षा ने तमिल और तेलुगु की द्विभाषी फिल्म ‘क्लैप,’ तमिल फिल्म ‘वीरपांडियापुरम,’ और तेलुगु फिल्म ‘सिवुडु’ में भी अभिनय किया। 2024 और 2025 में वह ‘रणनीति: बालाकोट एंड बियॉन्ड,’ ‘बेंच लाइफ,’ ‘षष्ठीपूर्ति,’ और ‘खाकी: बंगाल चैप्टर’ जैसी प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनीं। फिजियोथेरेपिस्ट से अभिनेत्री बनी आकांक्षा सिंह आज हिंदी, तेलुगु, तमिल, और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में एक भरोसेमंद चेहरा बन चुकी हैं।

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