pahalgam attack: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के एक गांव में उस वक्त मातम छा गया जब गांव के निवासी, 31 वर्षीय व्यापारी शुभम द्विवेदी की जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मौत हो गई। शुभम की फरवरी में ही शादी हुई थी और वह अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे।
हाथीपुर गांव (क्षेत्र – महाराजपुर) में जब यह दुखद समाचार पहुंचा तो न केवल गांववाले, बल्कि आस-पास के गांवों के लोग भी उनके घर पहुंच गए। सभी ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। कानपुर पुलिस आयुक्त और जिला मजिस्ट्रेट जितेन्द्र प्रताप सिंह स्वयं गांव पहुंचे। उन्होंने परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार को हर संभव मदद देगी।
जिला अधिकारी ने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे फोन कर पीड़ित और उसके परिवार के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि मैं स्वयं गांव जाकर परिवार से मिलूं और यह सुनिश्चित करूं कि उन्हें सरकार की ओर से हर प्रकार की सहायता मिले। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन शुभम का शव कानपुर लाने की पूरी व्यवस्था कर रहे हैं ताकि परिवार को अंतिम दर्शन का मौका मिल सके।

शुभम द्विवेदी, जो 12 फरवरी को शादी के बंधन में बंधे थे, अपने पत्नी और परिवार के नौ अन्य सदस्यों के साथ पिछले सप्ताह कश्मीर गए थे। वे बुधवार को वापस लौटने वाले थे। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि मंगलवार दोपहर शुभम और उनकी पत्नी घुड़सवारी के लिए निकले थे। उसी दौरान कुछ आतंकी उनके पास आए, उनकी पहचान पूछी और फिर सिर में गोली मार दी। यह सब उनकी पत्नी की आंखों के सामने हुआ।
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यह हमला बाइसारन के खूबसूरत घास के मैदान पर हुआ, जो कि पहलगाम के पास स्थित है। यह घटना जम्मू-कश्मीर के इतिहास के सबसे भीषण नागरिक हमलों में से एक मानी जा रही है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार शाम को श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और लेफ्टिनेंट जनरल मनोज सिन्हा के साथ समीक्षा बैठक की और बुधवार को पहलगाम का दौरा भी किया। बुधवार शाम को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक भी प्रस्तावित है। पूरा गांव अब भी इस हादसे के सदमे में है और हर आंख नम है।
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