लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जहां बड़ी सफलता मिली है, वहीं बड़ा झटका भी लगा है। योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य अपनी ही सीट नहीं बचा सके और उन्हें सपा प्रत्याशी के सामने हार का सामना करना पड़ा। चुनाव नतीजे आने के बाद यह कयासबाजी शुरू हो गई कि पार्टी में अब केशव प्रसाद मौर्य का क्या होगा? कुछ लोगों का तर्क था कि उन्हें केंद्र की राजनीति में सक्रिय किया जाएगा तो कुछ का था कि पार्टी उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी दे सकती है। मगर बीजेपी ने उत्तराखंड में हारे हुए पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को दोबारा मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करके इन कयासों पर विराम लगा दिया है कि केशव प्रसाद मौर्य का क्या होगा। पुष्कर धामी की तरह ही केशव प्रसाद मौर्य को भी योगी सरकार 2 में उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।

केंद्रीय नेतृत्व को केशव प्रसाद पर पूरा भरोसा है। ऐसे में अगर सबकुछ ठीकठाक रहा तो वह दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से इस बात के संकेत मिल रहे हैं। बता दें कि 25 मार्च को राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में योगी आदित्यनाथ दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य की पहचान हिंदुत्ववादी छवि और पिछड़ी बिरादरी के सबसे बड़े नेता के तौर पर होती है। ऐसे में वह चुनाव भले ही हार गए हैं, पर पार्टी में उनकी हैसियत पहले ही जैसी बरकरार है। मिशन 2024 के लिए जुटी बीजेपी ऐसी कोई भी गलती नहीं करेगी, जिससे पार्टी को नुकसान हो। चुनाव हारने के बावजूद भी केशव प्रसाद मौर्य को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी देकर यह मैसेज देने की कोशिश करेगी की कि उसका हर एक कार्यकर्ता महत्वपूर्ण है। सूत्रों की मानें तो योगी कैबिनेट को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है।

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बेबी रानी मौर्य हो सकती हैं उप मुख्यमंत्री

माना जा रहा है कि इस बार योगी सरकार में पिछली बार की तरह उप मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन इस बार पिछली बार की तरह इस बार ब्राह्मण चेहरे को नहीं शामिल किया जाएगा। चर्चा है कि इस बार उप मुख्यमंत्री के तौर पर एससी चेहरा ही रहेगा। इसको लेकर उप मुख्यमंत्री की रेस में बेबी रानी मौर्य का नाम सबसे आगे चल रहा है। बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य आगरा ग्रामीण से विधायक चुनी गई हैं। यहां क्षेत्र जाटव बाहुल्य है। इस बिरादरी के लोग अभी तक बसपा के साथ थे। ऐसे में बेबी रानी को उप मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी जाटवों को आसानी से साध सकती है। ज्ञात हो कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बेबी रानी मौर्य को उत्तराखंड के राज्यपाल पद से हटाकर यूपी की राजनीति में सक्रिय कर दिया गया था।

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