आगरा: यमुना एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने वालों के लिए सावधान होने वाली खबर है। बुधवार से एक्सप्रेस-वे पर अब वाहन फर्राटे नहीं भर पाएंगे। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण की तरफ से बढ़ते हादसों की रोकथाम के लिए गति सीमा को कम करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए जेपी इंफ्राटेक को निर्देशित कर दिया गया है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर अगले दो महीने तक नई निर्धारित गति सीमा से ही वाहन चलाना होगा। बता दें कि ठंड के मौसम में बढ़ते कोहरे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण ने यह निर्णय लिया है। इसके तहत यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की रफ्तार की सीमा को कम कर दिया गया है।

प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले हल्के वाहनों की अधिकतम गति सीमा 100 से घटाकर 80 किमी. प्रतिघंटा कर दी है। यह प्रतिबंध 15 फरवरी तक लागू रहेगा। यमुना एक्सप्रेस-वे के खंदौली टोल प्रभारी तुलसीराम गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि अगले आदेश तक यमुना एक्सप्रेस-वे पर हल्के वाहन 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगे। इसी तरह भारी वाहनों की रफ्तार 80 से घटाकर 60 किमी. प्रतिघंटा कर दी गई है। बता दें कि ठंड का मौसम आते ही कोहरा और धुंध छाने लगी है। कोहरे के कारण कई बार वाहनों की तेज रफ्तार से दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इन हादसों को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण ने वाहनों की रफ्तार को कम करने का फैसला लिया है।

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जानकारी के अनुसार यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण वाहनों की बढ़ती संख्या और टोल पर फास्टैग लेन में बढ़ती लाइनों को देखते हुए फास्टैग लाइनों को और बढ़ाने की तैयारी कर रहा है, जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है। टोल प्रभारी तुलसीराम गुर्जर के मुताबिक 25 दिसंबर खंदौली टोल की सभी नौ लाइनों को फास्टैग युक्त कर दिया जाएगा। तीनों टोलों पर यह व्यवस्था एकसाथ लागू की जाएगी।

रफ्तार के साथ बढ़े हादसे

आंकड़ों के मुताबिक यमुना एक्सप्रेस-वे पर इस वर्ष जनवरी से अब तक ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच 390 सड़क हादसे हुए हैं। इन दुर्घटनाओं में 125 लोगों की जान गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में 560 और वर्ष 2020 में 509 हादसे हुए थे। वार्ष 2019 में यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसों में 195 लोगों की जान गई थी। सुरक्षा उपायों के चलते वर्ष 2020 में यह आंकड़ा घटकर 128 पर रहा था।

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