बैंकॉक (थाईलैंड): मनुष्यता इसलिए ज़िन्दा है कि कुछ लोग उसको ज़िन्दा रखने के लिए किसी भी हद से आगे जाने को तैयार रहते हैं। बैंकाक निवासी थेवन तिवारी एक ऐसी ही मिसाल है जो सुनिश्चित करते हैं कि मानवता से बढ़ कर कुछ भी नहीं।

थेवन तिवारी भारतीय समाज और उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ हर सुख दुःख में तन, मन और धन के साथ लगे रहते हैं। थेवन तिवारी मूलतः ग्राम भावनीगढ़, ज़िला गोरखपुर, उप्र के निवासी हैं और यहाँ एक बड़ा वर्ग उन्हें भगवान के दूत की पदवी देता है।

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लोग अक्सर कहते हैं कि चूँकि भगवान स्वयं नीचे आ कर मदद नहीं कर सकते, इसलिए वो थेवन तिवारी जैसे दूतों के माध्यम से लोगों तक मदद पहुँचाते हैं। पूर्व में थाईलैंड के बैंकॉक स्थित विष्णु मंदिर के नवीनीकरण में भी उनका बहुत बड़ा सहयोग रहा जिसकी वजह से आज मंदिर जगमगा रहा है।

वर्तमान में, जब कोविड ने पूरी दुनिया के अस्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया, तो वो हर संभव मदद के लिए आगे आए। दवा दिलवाना, कोविड की वैक्सीन लगवाना, असमर्थ लोगों को भोजन, हॉस्पिटल और ज़रूरी सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ मनोबल बढ़ाते रहने का जो कार्य उन्होंने अथक रूप से किया है, निश्चित रूप से उनके कारण कई घर उजड़ने से बच गए। उनके कार्य बहुत ही सराहनीय हैं।

उनके कार्यों को थाईलैंड के लोकल समाचार पोर्टल इण्डोथाई न्यूज़ ने देखा और उनके बारे में लोगों को बताया। ऐसे महान व्यक्ति से और भी लोग सीख ले सकते हैं कि कैसे कोई व्यक्ति सब कुछ करते हुए भी कोई अहंकार का भाव नहीं रखते और पूरी निष्ठा से समाज का काम करते हैं।

इस पूरे कार्य में उनकी पत्नी एक वास्तविक अर्द्धांगिनी के रूप में हमेशा साथ खड़ी होती हैं। पूरे भारतीय और थाई कम्यूनिटी की तरफ़ से उनको धन्यवाद और ईश्वर से प्रार्थना कि वो उनको ऐसे कार्य करते रहने की प्रेरणा देते रहें।

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