आजमगढ़: अच्छी सोच से ही अच्छाई की उम्मीद की जा सकती है। कहा गया है कि आप किसी को एक उंगली दिखाते हैं, तो आपकी बाकी की उंगलियां आप की तरफ घूम जाती हैं। यह केवल देखने नहीं बल्कि हर किसी को समझने वाली बात है। अग्रेसिव भाषा किसी के लिए ठीक नहीं होती। यूपी में विधानसभा का चुनाव करीब आ गया है, ऐसे में नेताओं के बीच जुबानी जंग के बीच बदजुबानी का भी दौर चल निकला है। कौन नेता कब किस पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर दे कुछ कहा नहीं जा सकता। बड़े बुजुर्ग शायद इसीलिए कहा गए हैं कि जो चीज खुद को नहीं पसंद वह दूसरों के लिए कैसे अच्छा हो सकता है? बावजूद इसके लोग दूसरों पर अमर्यादित टिप्पणी करने से बाज नहीं आते। लेकिन कभी कभी उनका यह आचरण खुद के लिए भी भारी पड़ जाता है। आजमगढ़ के सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव की जुबान के चलते न सिर्फ उनकी किरकिरी हो रही है, बल्कि लोग सामजवादी पार्टी का भी मजाक उड़ा रहे हैं।

बता दें कि सपा के पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव का सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी को उखाड़ फेंकने की बात करते सुनाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि आजमगढ़ सदर से सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव जनसंपर्क कर रहे थे। इस दौरान वह बीजेपी सरकार पर इतने आक्रोशित हो गए कि उनका दिमाग और जीभ ने साथ छोड़ दिया। वह बीजेपी की जगह आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को उखाड़ फेंकने की बात करने लगे। हालांकि वहां मौजूद समर्थकों से सुधार करते हुए बीजेपी को उखाड़ फेंकने की बात करने लगे।

इसे भी पढ़ें: इतिहास को गलत तरीके से पेश किया गया: ललित बिहारी

बता दें कि सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव अजमगढ़ में 8 बार से सपा विधायक हैं। जनसंपर्क के दौरान मंहगाई, बेरोजगारी, डीजल, पेट्रोल की कीमतों को लेकर बीजेपी सरकार को घेरते हुए जनता को अपने पक्ष में रिझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उनका संतुलन बिगड़ गया। ज्ञात हो कि सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव ने 1985 से अपना सियासी सफर शुरू किया था। वह आजमगढ़ सदर से पहली बार निर्दलीय विधानसभा पहुंचे थे। वह वर्ष 1989 व 1991 में जनता दल से विधायक चुने गए। वर्ष 1994 में दुर्गा प्रसाद को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से वह समाजवादी पार्टी से लगातार विधायक चुनते आ रहे हैं। वह वर्ष 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 लगातार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: जेब में बोतल, हाथ में कुल्हड़

Spread the news