कानपुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप को दौर शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में खासतौर पर जहां सपा-भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है, वहीं दोनों दलों के बीच जुबानी जंग भी काफी तेज है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में अपनी कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया में शेयर करते हुए प्रदेश की योगी सरकार पर कटाक्ष किया था। इन तस्वीरों में एक में वह कुल्हड़ में चाय पीते नजर आ रहे हैं। लेकिन उनकी जाकेट के जेब में रखी शीशी साफ दिखाई दे रही है। इस तस्वीर के वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया में अखिलेश यादव पर जमकर मीम्स बनने लगे हैं। अखिलेश की जेब में नजर आ रही शीशी को लेकर लोग तरह-तरह की कयासबाजी कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश यादव पर बिना नाम लिए तीखा तंज कसा है।

कानपुर इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर में मिले खजाने की तरफ इशारा करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं के घरों की दीवारों से देवी लक्ष्मी निकल रही हैं। नोटों की गड्डियां मिल रही हैं, जिन्हें गिनने के लिए मशीनों को मंगाना पड़ रहा है। तीन दिन से लगातार गिनती जारी है। नोटों को गिनते-गिनते अधिकारी थक गए हैं, तो वहीं पार्टी के बबुआ अब अपनी जेब में बोतल लेकर घूम रहे हैं। इसके साथ ही योगी ने कहा कि अब उनको जनता के बीच अपना असली चेहरा दिखने लगा है। ऐसे में स्वीडन में बनी बोतल को जेब में रखकर नई नौटंकी करने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर मैट्रो के उद्घाटन के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे।

बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव ने अपनी कुछ तस्वीरों को ट्वीट करते लिखा था कि भाजपा की सरकार में जेपीएनआईसी की दुर्दशा देखकर दुख भी होता है और भाजपा की विकास विरोधी सोच पर क्षोभ भी। यह परम आदरणीय जय प्रकाश जी का अपमान भी है। स्वतंत्रता व लोकतंत्र के रक्षकों के प्रति कुंठित भाजपाई सोच का प्रमाण भी है। भाजपा स्वतंत्रता और लोकतंत्र की विरोधी है। ज्ञात हो कि गत गुरुवार को कन्नौज में इत्र उद्योग के साथ अन्य कारोबार से जुड़े कानपुर के व्यापारी पीयूष जैन के आवास और अन्य ठिकानों पर जीएसटी की छापेमारी में करोड़ों रुपए की बेहिसाब संपत्ति बरामद हुई है।

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