प्रकाश सिंह

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भाजपा ने भी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। वहीं उत्तर प्रदेश की सियासी नब्ज टटोलने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 अक्टूबर को यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंच रहे हैं। इस दौरान वह प्रदेश में भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके अलावा संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति तैयार करेंगे। सूत्रों की मानें तो भाजपा का पूरा प्रयास है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में उसके सदस्यों की संख्या चार करोड़ तक पहुंच जाए, जिससे कार्यकर्ताओं के ही दम पर पार्टी विधानसभा चुनाव जीत ले।

इसी योजना का आगाज करने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को लखनऊ आ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अमित शाह सदस्यता अभियान का आगाज करने के बाद पार्टी के टिकट देने पर भी विचार विमर्श करेंगे। सूत्रों की मानें तो इस बार नॉन परफॉर्मर विधायकों का टिकट कटना तय है। पार्टी ने अपने इंटरनल सर्वे में पाया है कि करीब 100 सीटों पर ऐसे विधायक हैं, जिनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि पार्टी करीब 100 सीटों पर इस बार उम्मीदवार बदल सकती है।

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इसके अलावा यह भी कयासबाजी हो रही है कि सत्ता विरोधी लहर और जातीय समीकरण को भी ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों पर फैसला किया जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी क्षेत्रवार बैठकों में सांसदों, विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों को सदस्यता अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।

फिलहाल अमित शाह के दौरे के बाद उत्तर प्रदेश की फिजा बदलना तय माना जा रहा है। क्योंकि अमित शाह ही वह रणनीतिकार हैं जो वर्ष 2017 में पार्टी को ऐतिहासिक जीत हासिल कराकर उत्तर प्रदेश में पूर्ण भाजपा की सरकार बनवाई थी।

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