Pauranik Katha: सर्वप्रथम किसने, किसको और क्यों बांधी राखी?
Pauranik Katha: पौराणिक शास्त्रों में ऐसा वर्णन है जो 100 अश्वमेध यज्ञ पूर्ण कर लेता है, उसे इंद्र का पद मिल जाता है। दानवीर दैत्यराज बलि के विषय में जानिये…
Pauranik Katha: पौराणिक शास्त्रों में ऐसा वर्णन है जो 100 अश्वमेध यज्ञ पूर्ण कर लेता है, उसे इंद्र का पद मिल जाता है। दानवीर दैत्यराज बलि के विषय में जानिये…
Pauranik Katha: आपने भगवान विष्णु के पुत्रों के नाम पढ़े होंगे। नहीं पढ़ें तो अब पढ़ लें आनंद, कर्दम, श्रीद और चिक्लीत। विष्णु ने ब्रह्मा के पुत्र भृगु की पुत्री…
Kahani: राजा के दरबार में एक आदमी नौकरी मांगने के लिए आया, उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई। तो वो बोला, मैं आदमी हो, चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे…
Kahani: बरसाना में गोविन्द दास नाम का एक भक्त रहता था। उसकी एक पुत्री थी, जिसका नाम था मुनिया। गोविन्द दास के परिवार में मुनिया के अलावा कोई नहीं था।…
Kahani: एक बार की बात है, एक परिवार में पति-पत्नी एवं बहू बेटा यानी चार प्राणी रहते थे। समय आराम से बीत रहा था। चंद वर्षों बाद सास ने गंगा…
Kahani: एक साधु को एक नाविक रोज इस पार से उस पार ले जाता था, बदले मैं कुछ नहीं लेता था, वैसे भी साधु के पास पहले पैसा कहां होता…
Kahani: एक नगर में एक जुलाहा रहता था। कपड़े बुनकर बेचा करता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, विनम्र तथा दयालु था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था।…
Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…
Kahani: एक शादी के निमंत्रण पर जाना था, पर मैं जाना नहीं चाहता था। एक व्यस्त होने का बहाना और दूसरा गांव की शादी में शामिल होने से बचना, लेकिकन…
Kahani: एक भिखारी था। उसने सम्राट होने के लिए कमर कसी। चौराहे पर अपनी फटी-पुरानी चादर बिछा दी, अपनी हाँडी रख दी और सुबह-दोपहर-शाम भीख माँगना शुरू कर दिया, क्योंकि…