Kahani: मन चंगा तो कठौती में गंगा

Kahani: एक बार की बात है, एक परिवार में पति-पत्नी एवं बहू बेटा यानी चार प्राणी रहते थे। समय आराम से बीत रहा था। चंद वर्षों बाद सास ने गंगा…

Kahani: अहंकार सत्य कथा

Kahani: एक नगर में एक जुलाहा रहता था। कपड़े बुनकर बेचा करता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, विनम्र तथा दयालु था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था।…

Kahani: संतान के लिए अपमान भी मंजूर

Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…

Kahani: आत्मिक खजाना

Kahani: एक भिखारी था। उसने सम्राट होने के लिए कमर कसी। चौराहे पर अपनी फटी-पुरानी चादर बिछा दी, अपनी हाँडी रख दी और सुबह-दोपहर-शाम भीख माँगना शुरू कर दिया, क्योंकि…

Pauranik Katha: श्रीकृष्ण और जामवंत का युद्ध

Pauranik Katha: पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सत्राजित ने भगवान सूर्य की उपासना की, जिससे प्रसन्न होकर उन्होंने अपनी स्यमन्तक नाम की मणि उसे दे दी। एक दिन जब…

Pauranik Katha: त्रिपुरासुर का वध महादेव ने कैसे किया

Pauranik Katha: त्रिपुरासुर तारकासुर के पुत्र थे, जो असुर राज बलि की कृपा प्राप्त कर के भयंकर असुर बन गये थे। महाभारत के कर्णपर्व में त्रिपुरासुर के वध की कथा…

Pauranik Katha: भगवान शिव का धनुष पिनाक, पौराणिक इतिहास का सबसे शक्तिशाली धनुष

Pauranik Katha: भगवान शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार मात्र से ही बादल फट जाते थे, पर्वत हिलने लगते थे। ऐसा लगता था, मानो भूकंप आ गया…

Pauranik Katha: हनुमान जी और बाली युद्ध, फटने लगा था बाली का शरीर

Pauranik Katha: कथा का आरंभ तब का है, जब बाली को ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त हुआ कि जो भी उससे युद्ध करने उसके सामने आएगा, उसकी आधी ताक़त…