Swara Bhaskar And Fahad Ahmed Wedding: बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) और सपा नेता फहाद अहमद (Fahad Ahmad) की शादी पर अब सवाल उठने लगे हैं। यह सवाल कोई और नहीं बल्कि मौलान उठा रह हैं। बरेली दरगाह के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने दोनों के निकाह को गैर इस्लामिक बताते इस पर बहस छेड़ दिया है। हालांकि शादी के बाद से ही स्वरा भास्कर और फहाद अहमद को लेकर सोशल मडिया पर बहस तेज हो गई है। ट्विटर यूजर्स ने स्वारा भास्कर के पुराने ट्वीट शेयर कर फहाद से शादी को ट्रोल करने कर रहे हैं। यूजर्स दोनों की शादी को लव जिहाद से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। स्वरा भास्कर के पुराने ट्वीट का शेयर करके उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।

वहीं दोनों की शादी को लेकर बरेली दरगाह के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने बड़ी बहस छेड़ दी है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि शरीयत के मुताबिक स्वरा भास्कर और फहाद अहमद की शादी गैर इस्लामी है। इस वजह से दोनों के बीच का शारीरिक संबंध रेप की कैटेगरी में आएगा। बता दें कि इससे पहले उन्होंने कहा था कि स्वरा भास्कर इस्लाम कबूल करे, तभी उनका निकाह जायज माना जाएगा। कहा यह भी जा रहा है कि स्वरा भास्कर और फहाद अहमद की मुलाकात सीए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई थी।

शाजिद रशीदी (Shajid Rashidi) ने किया बचाव

बरेली दरगाह के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के बयान पर ऑल इंडिया इमाम एसोशिएशन के अध्यक्ष शाजिद रशीदी (Shajid Rashidi) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह तो हजारों मुस्लिम लड़कियां हिंदू लड़कों के साथ शादी करती हैं, तब तो कोई फतवा जारी नहीं किया जाता। उन्होंने मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के बयान का विरोध करते हुए कहा कि शहाबुद्दीन रजवी सिर्फ अपना नाम कमाने के लिए स्वरा भास्कर और फहाद अहमद की शादी का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने इस्लाम का हवाला देते हुए कहा कि जब तक कोई आपसे राय न मांगे तब तक आपको राय नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र में रहते हैं और देश के कानून को मानना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: निकहत असांरी के मोबाइल का मिला पासवर्ड, अब खुलेंगे जेल के राज

उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की खूबसूरती है जो हमें हिंदुस्तान जैसे गैर इस्लामिक मुल्क में इस्लाम को बरतने और प्रचार की इजाजत दे रखी है। इसके अलाव शाजिद रशीदी ने कहा कि स्वरा भास्कर और फहाद अहमद का न तो विरोध होना चाहिए और न ही उनके बहिष्कार जैसी कोई बात कहनी चाहिए। फिलहाल फहाद अहमद और स्वरा भास्कर की तरफ से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

इसे भी पढ़ें: सुशासन ने बनाया छत्रपति शिवाजी को सर्वश्रेष्ठ सम्राट

Spread the news