लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सपा नेताओं के घर आयकर विभाग के छापे से राज्य की सियासत में नया मोड़ आ गया है। सपा की तरफ से जहां सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया जा रहा है, वहीं भाजपा का कहना है कि जब सब सही है, तो डर किसी बात का। यहां यह सवाल उठना लाजिमी हो जाता है कि सरकार चुनाव से पूर्व विपक्षी नेताओं के घर पर रेड डलवाकर जनता के बीच विलेन बनने का काम क्यों करेगी? चुनावी समय में जनता की निगह ऐसी गतिविधयों पर बनी रहती है। वहीं सपा नेताओं के घर पर आयकर की रेड से बीजेपी सरकार की जितनी किरकिरी हुई है, सपा को उतना फायदा ही पहुंचा है। मजे की बात यह है कि मऊ में सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय (Rajiv Rai) के घर पर 15 घंटों तक चली छापेमारी में आयकर विभाग को मात्र 17 हजार रुपए मिले हैं।

इस बात की जानकारी खुद राजीव राय (Rajiv Rai) ने देते हुए कहा कि मैं जांच का स्वागत करता हूं। 15 घंटे तक लगातार छापेमारी करने के बाद भी आयकर विभाग के हाथ केवल 17 हजार रुपए लगे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे नाम से न कोई आपराधिक रिकॉर्ड है और न ही होगा। बता दें कि सपा नेताओं के घरों पर आयकर विभाग की हुई छापेमारी से खफा अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीजेपी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा ​था कि भाजपा (BJP) को चुनाव में हार का डर अभी से सताने लगा है, यही वजह है कि वह जांच के नाम पर विपक्षी पार्टियों को डराने में लगी हुई है। उन्होंने चेतावनी भी दे डाली थी कि समय आने पर इसका हिसाब लिया जाएगा।

गौरतलब है कि 18 दिसंबर को प्रदेश के 4 अलग अलग शहरों में आईटी की रेड से यहां की सियासत में उबाल आ गया था। क्योंकि यह रेड सपा नेताओं के घरों पर हुई थी। प्रदेश के चार शहरों लखनऊ, मैनपुरी, आगरा, और मऊ में हुई छापेमारी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के तीन करीबी राजीव राय, जैनेंद्र यादव, मनोज यादव के ठीकाने शामिल हैं। वही इस छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में सपा समर्थक पहुंचकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई थी।

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बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से किए गए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) के उद्घाटन से पहले सपा प्रवक्ता राजीव राय विवादों में आ गए थे। उन्होंने सपा समर्थकों के साथ प्रधानमंत्री से पहले ही इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर दिया था। बता दें कि गत 16 नवंबर को गाजीपुर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की होने वाली जनसभा को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। इसी का विरोध जताते हुए सपा नेता राजीव राय ने समर्थकों के साथ एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) का उद्घाटन कर दिया था। गौरतलब है कि राजीय राय सपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता है। वह अखिलेश यादव के काफी करीबी माने जाते हैं।

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