नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान ने एक बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन करते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें अब तक 7 भारतीय नागरिकों की जान जा चुकी है। इस हमले में पुंछ ज़िले की एक महिला समेत तीन आम नागरिकों की मौत की आधिकारिक पुष्टि की गई है। हालात को देखते हुए पुंछ, राजौरी, कठुआ, सांबा और जम्मू जिलों के सभी शिक्षण संस्थानों को आज बंद रखने का आदेश दिया गया है।

पाकिस्तानी सेना की इस उकसावे वाली कार्रवाई का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है। सेना सूत्रों के अनुसार, जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भी बड़ा नुकसान हुआ है। रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि भारतीय सेना ने ‘सटीक और संयमित’ प्रतिक्रिया दी है, जिसमें सैन्य ठिकानों को लक्षित करने से परहेज किया गया, लेकिन आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।

ऑपरेशन “सिंदूर”: आतंक पर करारा प्रहार

भारत ने 6-7 मई की रात को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान अधिकृत इलाकों में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। भारतीय वायुसेना की इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचा है और तीन की मौत की पुष्टि हुई है।

भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है और बौखलाहट में वह आम नागरिकों को निशाना बना रहा है। कुपवाड़ा के करनाह और पुंछ-राजौरी सेक्टर के भींबर गली जैसे संवेदनशील इलाकों में भी भारी गोलीबारी दर्ज की गई है। स्थानीय लोग अब अंडरग्राउंड बंकरों में शरण लेने को मजबूर हैं।

हालात तनावपूर्ण, लेकिन सेना सतर्क

घटनास्थल पर हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। सीमाई गांवों में दहशत का माहौल है, लेकिन भारतीय सेना और सुरक्षाबल पूरी तरह से सतर्क हैं और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। नागरिक प्रशासन भी अलर्ट पर है और प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह शांति का पक्षधर है, लेकिन अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो उसे और भी कड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

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