नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ को एक “बदलते भारत की झलक” बताया। यह उनका इस सैन्य अभियान के बाद पहला संबोधन था, जिसमें उन्होंने देश की एकजुटता, आत्मनिर्भरता और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत इरादों की बात कही।

पीएम मोदी ने कहा, आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। हर भारतीय का संकल्प है कि हम आतंकवाद को जड़ से समाप्त करेंगे। ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान हमारी सेना ने जो साहस और पराक्रम दिखाया, उसने हर देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। हमारे सैनिकों ने सीमाओं के पार जाकर जिस सटीकता से आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, वह अभूतपूर्व है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अभियान न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नया आत्मविश्वास और जोश लेकर आया है।

ऑपरेशन सिन्दूर केवल एक सैन्य मिशन नहीं है, बल्कि यह हमारे साहस, संकल्प और बदलते भारत की पहचान है। यह पूरे देश को देशभक्ति के रंगों से भर गया है। आपने देखा होगा, कई शहरों, गांवों और कस्बों में हजारों लोग तिरंगा हाथ में लेकर सड़कों पर उतरे और हमारी सेनाओं को सलामी दी। कई जगहों पर युवाओं ने सिविल डिफेंस वालंटियर बनने की पहल की,” उन्होंने बताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने चंडीगढ़ के युवाओं की मिसाल दी जो सेना में भर्ती के लिए आगे आए, वहीं बच्चों द्वारा बनाई गईं चित्रकृतियाँ और देश को समर्पित कविताएँ और गीतों का भी उल्लेख किया। उन्होंने यह भी साझा किया कि ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ ने लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है। “बिहार के कटिहार और उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जैसे शहरों में कई परिवारों ने अपने नवजात शिशुओं का नाम ‘सिन्दूर’ रखा है।

भारतीय सेना की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमारे सैनिकों ने आतंकी ठिकानों को तबाह किया। यह उनका अद्वितीय साहस था, और इसमें ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों और तकनीकों की ताकत भी शामिल थी। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हमारे इंजीनियरों, तकनीशियनों और वैज्ञानिकों की मेहनत इस विजय में झलकती है।

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उन्होंने आगे बताया कि इस अभियान के बाद देशभर में ‘वोकल फॉर लोकल’ के प्रति एक नया उत्साह देखने को मिला है। कुछ माता-पिता ने कहा कि वे अब अपने बच्चों के लिए केवल ‘मेड इन इंडिया’ खिलौने ही खरीदेंगे ताकि बचपन से ही उनमें देशभक्ति की भावना जगे। कुछ परिवारों ने तय किया है कि वे अगली छुट्टियां भारत के किसी खूबसूरत स्थान पर बिताएंगे। कई युवाओं ने ‘वेड इन इंडिया’ यानी भारत में ही शादी करने का संकल्प लिया है। कुछ ने भारतीय हस्तशिल्प से बनी वस्तुएं ही उपहार देने का प्रण लिया है।

अंत में पीएम मोदी ने देशवासियों से आह्वान किया, आइए, इस अवसर पर हम सभी यह संकल्प लें कि जहां भी संभव हो, हम ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों को प्राथमिकता देंगे। यह केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता का विषय नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में हमारा भावनात्मक योगदान भी है। हमारा एक छोटा सा कदम भी भारत की तरक्की में बड़ा योगदान बन सकता है।

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