नई दिल्ली: 7 अक्टूबर से नवरात्रि का पर्व शुरू होने वाला है। नवरात्रि वर्ष में चार बार आती है, लेकिन शारदीय नवरात्र (Sharadiya Navratri 2021) का अपना विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri 2021) 9 दिन के बजाय 8 दिन का पड़ रहा है। तृतीय और चतुर्थी एक दिन पड़ने की वजह से इसबार नवरात्रि में दिन कम हो गया है। शारदीय नवरात्रि में अधिकतर भक्त व्रत रहते हैं। ऐसे में व्रत रहने के कुछ नियम भी हैं। जिन्हें जानना मां के भक्तों के लिए बहुत जरूरी होता हैं। क्योंकि एक गलती की वजह से आपका व्रत खंडित हो सकता है, और आप मां की कृपा की जगह उनके कोप भाजन का शिकार हो सकते हैं।

भक्त वैसे तो नवरात्रि में व्रत रखते वक्त काफी सावधानी बरतते हैं। लेकिन इस समय खानपान में भी काफी सावधानी बरतनी होती है। ऐसे में हम यहां बता रहे हैं कि मां का व्रत रहने पर किन चीजों के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि गलत फलाहार से भी आपका व्रत खंडित हो सकता है। जिससे माता आपसे रुष्ट हो सकती हैं। ज्योतिषीयों के मुताबिक नवरात्रि के व्रत में सरसों या तिल के तेल का सेवन नहीं करना चाहिए। इन तेलों के सेवन से गर्मी पैदा होती है, जिससे मन भटक सकता है।

ऐसे में भक्तों को चाहिए कि वह फलाहार में मूंगफली का तेल या घी का इस्तेमाल करें। इसके अलावा व्रत रखने वालों को शराब, तंबाकू व कोई भी नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए। नवरात्रि उपवास के दौरान लौंग के इस्तेमाल से बचना चाहिए। गरम चीजों के सेवन से शरी में तामसी प्रवृति बढ़ती है। जिसका असर इंसान के आध्यात्मि जीवन पर भी पड़ता है। व्रत के दौरान सामान्य नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। व्रत के दौरान फल, सब्जी के साथ सूखे मेवे का सेवन काफी फायदेमंद होता है। सिंघाड़े का आटा, कुट्टू, बाजरा, साबूदाना, मूंगफली, दूध और काली मिर्च का सेवन करना चाहिए।

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