लखनऊ: भाउराव देवरस सेवा न्यास के अंतर्गत संचालित महामना शिक्षण संस्थान में मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. प्रदीप कुमार मिश्र कुलपति एकेटीयू कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी राष्ट्र का निर्माण युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण से ही होता है और उन्होंने संस्थान तथा बच्चों के उत्थान की कामना की।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता यतींद्र ने अपने उद्बोधन में शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए शिक्षा को जीविकोपार्जन के साथ साथ जीवन के लिए भी जरूरी बताया, उन्होंने यह भी बताया कि विद्या पशुत्व से मनुष्य की ओर, मनुष्य से देवत्व की ओर तथा देवत्व से मोक्ष की ओर लेकर जाती है।

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कार्यक्रम की प्रस्ताविकी रखते हुए न्यास के सचिव रंजीव तिवारी ने कहा कि किसी विद्यालय में भौतिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक शिक्षा भी जरूरी है और परिसर में बनने वाला मंदिर, यहां के बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के लोगों को भी आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करेगी।

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राम कथा वाचक सुधीरानंद ने मंगलाचरण के साथ शुरुआत किया तथा उन्होंने बताया मंदिर के भौतिक निर्माण से पहले मन के अंदर मंदिर का निर्माण करना चाहिए क्योंकि मन के अंदर के मंदिर से ही चरित्र निर्माण होता है और चरित्र निर्माण विद्यार्थी ही समाज और राष्ट्र के उत्थान की दिशा में काम करता है।

कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन डॉ. सौरभ मालवीय ने किया। इस कार्यक्रम में भाउराव देवरस सेवा न्यास के द्वारा संचालित महामना शिक्षण संस्थान के सदस्य गण, डॉ. निखिल सिंह, डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, अखिलेश शुक्ला, वरुण तिवारी, देव प्रकाश, नगर के नगर संघचालक डॉ. देवेश, विनय प्रकाश, शशांक, शैलेंद्र, अशोक, चिंतामणि, रतन लाल, कमलेश, महेश, रमेश संस्थान के व्यवस्था प्रमुख कैलाश, पवन तथा सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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