Lucknow: उर्जा मंत्री एके शर्मा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए उर्जा विभाग के 14 निदेशकों की नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। उर्जा विभाग में की गई इस बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। आरोप है कि UPPCL चेयमैन एम देवराज ने नियमों का दर किनार कर अपने चहेतों को उर्जा विभाग में निदेशक बनवा दिया था। इसकी जानकारी होने पर उर्जा मंत्री ने इसकी सूचना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ऐसे लोगों की नियुक्ति रद्द किए जाने के निर्देश दिए, जिसके आधार पर उर्जा मंत्री एके शर्मा ने गुरुवार शाम 14 निदेशकों की नियुक्ति का रद्द कर दिया गया है। उर्जा विभाग में हुई इस बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। वहीं माना जा रहा है कि अभी और लोगों पर गाज गिर सकती है।

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बता दें कि बीते दिनों विद्युत कर्मियों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल किया था। सरकार की चेतावनी के बावजूद भी विद्युत कर्मियों पूरे प्रदेश की विद्युत सप्लाई को ठप करने का प्रयास किया। इसके चलते करीब दो दिनों पूरे प्रदेश विद्युत सप्लाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी। हालांकि सरकार के सख्ती के चलते कई संविदा कर्मियों को कार्यमुक्त व उनपर एफआईआर भी दर्ज किए गए। लेकिन बाद में बहाली और एफआईआर रद्दए करने की आश्वासन के बीच हड़ताड़ वापस ले ली गई। इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए दोषी विद्युत कर्मियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा है कि राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाले विद्युत कर्मियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।

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