Lucknow: स्वर्गीय चन्द्रभानु गुप्त की ओर से स्थापित बुद्धिजीवियों की पुरानी एवं प्रतिष्ठित संस्था ‘विचार मंच’ द्वारा ‘राहुल गांधी की देशद्रोही हरकतें’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि भारतीय राजनीति में गाली-गलौज यदि सोनिया गांधी ने शुरू की तो उसे और निम्नस्तर पर पहुंचाने का श्रेय राहुल गांधी को है। शुरू से उनका एकसूत्री कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी को अपशब्द कहते रहना बना हुआ है। यहां तक कि वह अपनी सार्वजनिक सभाओं में प्रधानमंत्री के लिए ‘चोर है’ के नारे लगवाते रहे हैं। उनके इस मोदी विरोध ने धीरे-धीरे देशद्रोह का रूप ले लिया है और वह विदेशों में जाकर भारत को बदनाम करने लगे हैं। लोगों को शिकायत है कि राहुल गांधी के देशद्रोहपूर्ण रवैये पर मोदी उदारता की पराकाष्ठा कर रहे हैं।

मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी सुशीला मिश्र ने कहा कि राहुल गांधी ने विदेश जाकर वहां अपने देश को कठघरे में खड़ा करते हुए दूसरे देशों से मांग की कि वे भारत में लोकतंत्र की रक्षा के लिए हस्तक्षेप करें। राहुल गांधी ने वहां यह झूठा आरोप तक लगा दिया कि संसद में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता है तथा माइक बंद कर दिया जाता है। राहुल गांधी के इस आरोप का लोकसभा अध्यक्ष ने जोरदार शब्दों में खंडन किया। राहुल गांधी व सोनिया गांधी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से गुप्त समझौता कर अनुचित रूप से धन प्राप्त किया है। तमाम देशद्रोही एवं असभ्य हरकतों के लिए राहुल गांधी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रसिद्ध पत्रिका ‘राष्ट्रधर्म’ के कार्यकारी निदेशक सर्वेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि लोकतंत्र की अनेक मर्यादाएं होती हैं, जिनका हमारे यहां विपक्ष द्वारा, विशेष रूप से राहुल गांधी द्वारा, बिलकुल पालन नहीं किया जाता है।

प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. अम्बिका प्रसाद तिवारी ने कहा कि वास्तविकता यह है कि हमारे यहां जिम्मेदार विपक्ष है ही नहीं। राहुल गांधी विकृत लोकतंत्र के साक्षात प्रतीक हैं। समाजसेवी एवं विश्लेषक हरिप्रकाश ‘हरि’ ने कहा कि राहुल गांधी भारत में सामाजिक मान्यताओं का भी विनाश कर रहे हैं। वह सार्वजनिक रूप से अपनी बहन के साथ चूमाचाटी करते हैं। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए ‘समाचारवार्ता’ के सम्पादक श्याम कुमार ने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र एवं गणतंत्र हजारों साल से विद्यमान है, लेकिन देश की आजादी के बाद नेहरू वंश उस पर लगातार कुठाराघात करता आ रहा है। नेहरू वंश की हर पीढ़ी के आचरण से हमारे देश में देशद्रोह को बढ़ावा मिलता रहा है। पत्रकार राजेश राय एवं डॉ. हरिराम त्रिपाठी ने कहा कि जब अमरीका में राहुल गांधी को उनके आपराधिक कृत्य पर गिरफ्तार किया गया था, उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हस्तक्षेप कर राहुल गांधी को बचाया था। यदि अटल जी ने उस समय वैसा न किया होता तो राहुल गांधी को जेल में रहना पड़ता तथा हमेशा के लिए कड़ा सबक मिल जाता।

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समाजसेवी रुकैया परवीन ने सवाल किया कि क्या सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को ‘नेशनल हेराल्ड घोटाले’ में अनंतकाल के लिए जमानत मिल गई है तथा यह छूट भी मिली हुई है कि वह देशद्रोही हरकतें करें? न्यायपालिका द्वारा जमानत रद्द कर उन्हें तत्काल जेल भेजना चाहिए। पीबी वर्मा, कैलाश वर्मा, राम सिंह तोमर, शेखर पंडित, सचिन त्रिपाठी, राजू यादव आदि पत्रकारों ने चिंता व्यक्त कि हमारे यहां लोकतंत्र का स्वरूप निरंतर बिगड़ता जा रहा है, जिसे साफ-सुथरा रखने के लिए ध्यान दिया जाना चाहिए।

संगोष्ठी में स्वर्णकेतु भारद्वाज, शरद कुमार श्रीवास्तव, अजय दत्त पांडेय, शिवचरण चौहान, कृष्णानन्द त्रिपाठी, कृष्णचन्द्र भार्गव, जितेंद्र सिंह, मुरलीधर सोनी, अंकुर, नितिन, अशोक साहू, अनुरक्ति, शौकत अली, गोपाल कौशल, सैयद मेहदी रिजवी, भारत सिंह, राकेश कुमार सिंह, आमोद श्रीवास्तव, मृत्युंजय मिश्र, हिमांशु प्रजापति, मंजुल मयंक शुक्ल, रवितेश, अनुज आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

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