नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर कब्जा जमाए किसानों के बीच से अब तक कई अनहोनी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बुधवार को भी सिंघु बॉर्डर (singhu border) पर किसानों के प्रदर्शन स्थल से एक किसान की लाश फांसी के फंदे से लटकता मिला है। बताया जा रहा है कि किसान ने आत्महत्या (Farmer Commits Suicide on Singhu Border) की है, लेकिन हत्या की भी आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी हत्या और आत्महत्या की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है। पुलिस शव को कब्जे में लेकर हर एंगल से जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक सोनीपत के कुंडली-सिंघु बॉर्डर (kundli-singhu border) पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने वाले किसान की पहचान गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है। वह फतेहगढ़ साहिब जिले के अमरोह तहसील का रहने वाला था। वह भारतीय किसान यूनियन से जुड़ा था। किसान गुरुप्रीत की मौत का कारण अभी तक नहीं पता चल सका है। वहीं जांच कर रही पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। बता दें कि कुंडली-सिंघु बॉर्डर से कल संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान आंदोलन की वर्षगांठ पर संसद टैक्टर मार्च करने का एलान किया था। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि किसानों को सरकार के खिलाफ भड़काने के लिए गुरप्रीत को कही बलि का बकरा तो नहीं बनाया गया है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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गौरतलब है कि किसान ट्रैक्टर रैली के नाम पर गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जो भी कुछ हुआ था उससे न सिर्फ दिल्ली शर्मसार हुई है बल्कि देश की अस्मिता को करारा झटका भी लगा था। हालाँकि इस घटना की पूरे देश में निंदा हुई। ऐसे में किसान संयुक्त मोर्चा की तरफ से संसद टैक्टर रैली करने के एलान के बाद यह अशंका प्रबल हो रही है कि एकबार फिर किसान आंदोलन के बहाने दिल्ली को झुलसाने की साजिश की जा रही है।

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